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दिवंगत आत्मा के लिए शोक सभा; लोगों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

इफको प्रबंधन ने अपने अध्यक्ष स्वर्गीय बलविंदर सिंह नकई के लिए मंगलवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया। नकई का लंबी बीमारी के बाद गत सोमवार को देर शाम निधन हो गया

दिल्ली स्थित इफको मुख्यालय में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गयाजिसमें इफको के उपाध्यक्ष दिलीप संघानीएमडी डॉ यूएस अवस्थीमानव संसाधन निदेशक आरपी सिंहमार्केटिंग डायरेक्टर योगेंद्र कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

इफको परिवार के सदस्यों ने दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इफको के वाइस चेयरमैन दिलीप संघानी ने कहा, “हमने एक ऐसा शख्स खो दिया हैजो हमेशा किसानों के बारे में सोचते थे। नकई साहब ने उर्वरक सहकारी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके महान योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रर्थाना करता हूँ

नकई को याद करते हुए इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी भावुक हो गए और कहा, “मेरा उनके साथ 41 साल से अधिक का रिश्ता है।  वह 1977 में इफको के बोर्ड के निदेशक बने थे। वे चार बार उपाध्यक्ष रहे और 2014 में अध्यक्ष चुने गए। वह कभी भी विवादों में नहीं रहे।

अस्पताल में उनके साथ अपनी आखिरी मुलाकात को याद करते हुएअवस्थी ने कहा, “मैंने उन्हें हाल ही में दिल्ली में आयोजित मेगा को-ऑप सम्मेलन के कार्यक्रम की तस्वीरें दिखाईंजिसमें उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ मंच साझा किया था और तस्वीरों को देखकर वह काफी खुश हुए। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने तस्वीरों में सभी को पहचान लिया।

मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि उनके परिवार के सदस्यों को इस गहरे दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को शांति मिले।

शोक सभा में कई अन्य लोगों ने अध्यक्ष के साथ अपने अनुभव साझा किए। उत्तर प्रदेश के एक जाने-माने सहकारी नेता शीशपाल सिंह यादव ने कहा, “हम अपने प्रिय अध्यक्ष के आकस्मिक निधन से स्तब्ध हैं। नकई साहब हमेशा किसानों के साथ खड़े रहे।

इफको ऑफिसर्स यूनियन के नेता जितेंद्र तिवारी ने भी इस अवसर पर उनके योगदान को याद किया। जब नकई साहब ने इफको ज्वाइन कियातब मैं स्कूल में पढ़ रहा था”, तिवारी ने कहा।

इफको में को-ऑप रिलेशन पॉइंट व्यक्तितरुण भार्गव ने कहा, “हमने सहकारी आंदोलन का एक स्तंभ खो दिया है। नकई साहब न केवल समय के पाबंद थेबल्कि धार्मिक भी थेअपनी उपस्थिति से वह शांति का माहौल बना देते थे”, तरुण ने कहा।

इस अवसर परइफको के एमडी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाहकेंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमरकेंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा और अन्य सहित कई लोगों के शोक संदेश पढ़े।

नकई का जन्म 5 दिसंबर 1934 को भटिंडा पंजाब में हुआ था। वह एक अनुभवी सहकारी नेता थे और जीवन भर सहकारी समितियों की सेवा करते रहे।

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