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नकई के निधन पर मराठे, महाजन, बालू समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

इफको के अध्यक्ष बीएस नकई के निधन की खबर लगते ही शोक संवेदनाओं का दौर शुरू हो गया जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। सहकार भारती के वरिष्ठ नेता और आरबीआई बोर्ड के सदस्य सतीश मराठे ने उन्हें एक अनुभवी सहकारी नेता के रूप में याद किया।

भारतीयसहकारिता” को भेजे गए एक मैसेज में मराठे ने लिखा है, “स्वर्गीय श्री बलविंदर सिंह नकई जी के निधन की खबर से मैं बहुत आहत हूँ। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान रें और उनके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान रें। उनके निधन से हमने एक अनुभवी सहकारी नेता खो दिया है।

अपने शोक संदेश में एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर महाजन ने लिखा, “इफको के अध्यक्षश्री बलविंदर सिंह नकई का संक्षिप्त बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया। उनके निधन से सहकारी क्षेत्र को बहुत बड़ी क्षति पहुंची हैजिसकी भरपाई नहीं हो सकती। एनसीयूआई परिवार दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

एक महिला सहकारी नेता सुषमा बजाज ने लिखा, “निधन की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूँओम शांति। शुगर फेडरेशन के पूर्व एमडी विनय कुमार ने लिखा, “बलविंदर जी के दु:खद निधन पर हार्दिक संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले!

छत्तीसगढ़ के एक सहकारी नेता झुनमुन गुप्तागुजरात के महेश पटेलआईबी सिंहकृभकोहेम सिंह राणा सहित अन्य सहकारी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

आईसीए के अध्यक्ष एरियल गौर्को ने लिखा, “बहुत दु:खद खबर। इफको के अध्यक्ष श्री बलविंदर सिंह नकई के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।

आईसीए एशिया-पैसिफिक के क्षेत्रीय निदेशक बालू अय्यर ने लिखा, “इफको के अध्यक्ष श्री बलविंदर सिंह नकई के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा पहुंचा है। सरलसौम्य एवं सहज स्वभाव के धनीनकई एक अनुभवी सहकारी नेता थे। आईसीए एपी इफको और श्री नकई के परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।

इसके अलावामंगलवार को ट्विटर के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी संवेदना प्रकट की थी। उन्होंने लिखा, “सरदार बलविंदर सिंह नकई जी कृषि और सहकारिता क्षेत्र के अग्रणी थे। उन्होंने किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में अहम योगदान दिया। उनका चले जाना बेहद दु:खद है। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले

नकई सहकारी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। उनके निधन पर छोटी सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से लेकर दिग्गज सहकारी नेताओं समेत केंद्रीय मंत्रियों ने भी संवेदनाएं प्रकट की।

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