
गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव बैंक ने पिछले सप्ताह अपनी वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में गुजरात के सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा (पंचाल) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी, नैफेड चेयरमैन जेठाभाई आहिर, एनसीयूआई अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी, गुजकोमासोल के उपाध्यक्ष बिपिन पटेल, नरहरि अमीन, जी.एच. अमीन, तेजस पटेल सहित अनेक सहकारी नेता भी मौजूद थे।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री जगदीश पंचाल ने जिला स्तर की सहकारी संस्थाओं को सशक्त बनाने, माइक्रो-एटीएम और डिजिटल भुगतान प्रणाली के विस्तार, तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने वाली योजनाओं के कार्यान्वयन पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व में सहकारी क्षेत्र “सहकार से समृद्धि” के मंत्र के साथ अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। मंत्री ने विश्वास जताया कि सहकारिता का व्यापक नेटवर्क विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बैठक के दौरान बैंक ने वित्त वर्ष 2024–25 में 93.51 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के 106.9 करोड़ रुपये से कुछ कम है। बैंक की जमा राशि 12,012 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,606 करोड़ रुपये हो गई, जबकि कुल अग्रिम राशि 9,424 करोड़ रुपये तक पहुंची।
बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात बढ़कर 16.35% हो गया, और सकल एनपीए घटकर 0.34% पर आ गया, जो बैंक की मजबूत ऋण प्रबंधन नीति को दर्शाता है।
बैंक की निवल संपत्ति 1,09,027 लाख रुपये तक पहुंच गई और आरबीआई दिशा-निर्देशों के अनुसार 15% लाभांश घोषित किया गया। ब्याज से हुई आय 10,988 करोड़ रुपये से अधिक रही, जबकि अन्य आय 4,500 करोड़ रुपये के आसपास रही, जिससे बैंक की वित्तीय सुदृढ़ता और परिचालन दक्षता उजागर होती है।
इसके अलावा, बैंक ने 0.00% की शुद्ध एनपीए और 0.34% की सकल एनपीए रिपोर्ट की।
बैठक में यह भी घोषणा की गई कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 को विशेष रूप से मनाने के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। इनमें डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना, वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम चलाना और जमीनी स्तर की सहकारी संस्थाओं के लिए नवाचारी वित्तीय तंत्र तैयार करना शामिल है।