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चंद्रावरकर पैनल ने एसवीसी बैंक चुनाव में प्रचंड जीत की हासिल

निवर्तमान अध्यक्ष दुर्गेश एस चंदावरकर के नेतृत्व वाले पैनल ने एसवीसी सहकारी बैंक के चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की।

इस चुनाव में पगारे के नेतृत्व वाले पैनल को करारी हार का सामना करना पड़ा। तमाम बड़े-बड़े दावे करने के बावजूद, पगारे के पैनल से खड़े उम्मीदवार बोर्ड में एक भी सीट हासिल करने में नाकाम रहे।

हालांकि, वोटों की गिनती गुरुवार को हुई लेकिन चुनाव परिणाम की औपचारिक घोषणा 22 जून 2023 को बैंक की वार्षिक आम बैठक के अवसर पर की जाएगी। भारतीय सहकारिता को मिली जानकारी के मुताबिक, चंद्रावरकर को 17,111 मत मिले जबकि रवि पगारे को 1,227 मत मिले। वहीं पगारे की पत्नी सुश्री सुषमा पगारे को केवल 982 वोट मिले।

निदेशक मंडल की सभी 15 सीटें चंदावरकर के पैनल ने जीती। नवनिर्वाचित बोर्ड में करीब छह निदेशक नए हैं। जीतने वाले निदेशकों में दुर्गेश चंदावरकर, रघुनंदन बैंगलोरकर, प्रकाश बिजूर, देवदत्त चंदावरकर, सुनील गोकर्ण, गिरीश कर्नाड, अरुण माविंकुर्वे, गौतम मुदभटकल, सुधीर मुंडकुर, अमरनाथ सावनल, प्रमोद शेडडे, सतीश राव टोंस, सीमा त्रिकन्नड, मैत्रेयी सनदी और रुबद तड़वी का नाम शामिल है।

दुर्गेश चंदावरकर के पास विभिन्न उद्योगों में 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह स्टैंडर्ड ग्रीज़ एंड स्पेशलिटीज़ प्राइवेट लिमिटेड और जियोटिक कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक है। इसके अलावा, रॉयल कैस्टर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के भी अध्यक्ष हैं, एसवीसी बैंक की वेबसाइट से मुताबिक।

बताया जा रहा है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव जल्द ही होगा लेकिन सूत्रों का मानना है कि निवर्तमान अध्यक्ष दुर्गेश चंदावरकर फिर एक बार अध्यक्ष की कमान संभालेंगे।

गौरतलब है कि इस चुनाव में 1.72 लाख योग्य मतदाताओं में से लगभग 19,180 ने बैंक की 102 शाखाओं में स्थापित 125 मतदान केंद्रों पर मतदान किया था। मुंबई के डिप्टी रजिस्ट्रार जयंत पाटिल को रिटर्निंग ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया गया था।

एसवीसी बैंक भारत का तीसरा सबसे बड़ा शहरी सहकारी बैंक है। 31 मार्च 2023 तक बैंक का कुल कारोबार 33,480 करोड़ रुपये रहा और  176 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।

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