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आईडीए कॉन्फ्रेंस में शाह ने श्वेत क्रांति-2 का रखा प्रस्ताव

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गुजरात के गांधीनगर में इंडियन डेयरी एसोसिएशन द्वारा आयोजित 49वें डेयरी उद्योग सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

अपने संबोध में शाह ने कहा कि भारत को दूध उत्पादन के साथ-साथ दूध प्रसंस्करण के साधनों के क्षेत्र में भी विश्व का सबसे बड़ा बाज़ार बनना चाहिए। वर्ष 2033-34 तक प्रतिवर्ष लगभग 330 एमएमटी दूध उत्पादन के साथ विश्व के 33 प्रतिशत दूध का उत्पादन भारत करे, इस लक्ष्य के साथ हमें आगे बढ़ना है।

उन्होंने कहा कि हमारे डेयरी और पशुपालन क्षेत्र का देश के जीडीपी में 4.5 प्रतिशत योगदान है और कृषि क्षेत्र में डेयरी क्षेत्र का योगदान 24 प्रतिशत है, जो 10 लाख करोड़ रूपए के साथ विश्व में सबसे अधिक है। श्री शाह ने कहा कि डेयरी हमारी अर्थव्वस्था का मज़बूत हिस्सा है और रोज़ग़ार की दृष्टि से देखें तो 9 करोड़ ग्रामीण परिवारों के लगभग 45 करोड़ लोग, विशेषकर सीमांत किसान और महिलाएं, आज सीधे डेयरी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।

शाह ने कहा कि दुनिया के लिए डेयरी एक व्यापार है लेकिन भारत जैसे 130 करोड़ की आबादी वाले देश में ये रोज़गार का साधन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने का विकल्प, कुपोषण की समस्याओं का समाधान प्रदान करने वाला और महिला सशक्तिकरण की संभावनाओं वाला क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि भारत की आज़ादी से अब तक के डेयरी उद्योग के विकास को देखें तो इन सभी पहलुओं को हमारे डेयरी सेक्टर ने बहुत अच्छे तरीके से देश के विकास के साथ जोड़ने के लिए काम किया है।

उन्होंने कहा कि इसमें हमारी कोऑपरेटिव डेयरी का योगदान बहुत बड़ा रहा है जिन्होंने किसानों की समृद्धि के लिए काम किया है। कोऑपरेटिव डेयरी ने देश की गरीब कृषक महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने का रास्ता प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के 75वें वर्ष में सहकार से समृद्धि मंत्र को सिद्ध करने के लिए सहकारिता मंत्रालय का गठन किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गठित सहकारिता मंत्रालय, एनडीडीबी और पशुपालन विभाग देश में 2 लाख पंचायतों में ग्रामीण डेयरी की स्थापना करेगा और तब डेयरी क्षेत्र की विकास दर 13.80 प्रतिशत तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि हमारी दूध प्रोसेसिंग की क्षमता लगभग 126 मिलियन लीटर प्रतिदिन है, जो विश्व में सर्वाधिक है।

शाह ने कहा कि हमारे कुल दूध उत्पादन का 22 प्रतिशत हम प्रोसेस करते हैं, जिसका फायदा किसान को आय वृद्धि के रूप में मिलता है। उन्होंने कहा कि डेयरी उत्पादों के निर्यात में भी मिल्क पाउडर, मक्खन और घी जैसे उत्पादों का बड़ा हिस्सा है और इसमें अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने निर्यात के लिए एक मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी बनाई है, जिसके साथ इन 2 लाख ग्रामीण डेयरियों को जोड़कर निर्यात के 5 गुना बढ़ने की संभावना है।

अमित शाह ने कहा कि देश में आज श्वेत क्रांति-2 की आवश्यकता है और इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र में सहकारिता का मॉडल आय, पोषण, पशुधन की सुनिश्चितता, मानवहित की सुरक्षा, रोज़ग़ार और महिला सशक्तिकरण जैसे सभी पहलुओं को छूते हुए पूरी व्यवस्था में किसान और उपभोक्ता के बीच से बिचौलियों को समाप्त करके सबसे अधिक मुनाफा किसान तक पहुंचाने वाला मॉडल है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार डेयरी क्षेत्र में कोऑपरेटिव के मॉडल को अधिक मज़बूत बनाने के प्रयास कर रही है।

 

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