
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बताया कि अब तक कुल 11,713 सहकारी समितियां भारतीय बीज सहकारी समिति (बीबीएसएसएल) की सदस्य बन चुकी हैं, जिनमें से 268 सहकारी समितियां बिहार से हैं।
उन्होंने कहा, “प्राथमिक से लेकर शीर्ष स्तर तक की सभी सहकारी समितियां बीबीएसएसएल की सदस्य बन सकती हैं।”
“बीबीएसएसएल की गतिविधियों से सहकारी समितियों की समावेशी विकास मॉडल द्वारा “सहकार से समृद्धि” के लक्ष्य की प्राप्ति में भी मदद मिलेगी जहां उन्नत बीजों के उत्पादन और उच्च उपज किस्म (एचआईवी) के बीजों के उपयोग द्वारा फसलों के अधिक उत्पादन से सदस्यों को बेहतर कीमत की प्राप्ति होगी और समिति द्वारा उत्पन्न अधिशेष से वितरित लाभांश से भी सदस्यों को लाभ प्राप्त होगा”, शाह ने कहा।
सहकारिता मंत्रालय ने बहुराज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 2002 के अधीन भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड की स्थापना की है।
बीबीएसएसएल को इफको, कृभको, नेफेड, एनडीडीबी और एनसीडीसी द्वारा संवर्धित किया गया है। बीबीएसएसएल की प्रारंभिक चुकता पूंजी पांच प्रवर्तकों में से प्रत्येक द्वारा 50 करोड़ के योगदान के साथ रु. 250 करोड़ रुपये और अधिकृत शेयर पूंजी रु 500 करोड़ है।