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कोरोना के खिलाफ गुजरात की को-ऑप्स राहत कार्य में आगे

भले ही कोरोना वायरस महामारी के चलते गुजरात राज्य बेहद ही गंभीर स्थिति से गुजर रहा है लेकिन राज्य की सहकारी समितियां बुरे वक्त में गरीबों और असहाय लोगों की मदद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं।इस दिशा में गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव बैंक और अहमदाबाद स्टेट कोऑपरेटिव बैंक खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ये बैंक न केवल अहमदाबाद के विभिन्न हिस्सों में जरूरतमंदों के बीच भोजन के पैकेट वितरित कर रहे हैं, बल्कि इन बैंकों ने राहत कोष में भी योगदान दिया है।

दोनों बैंकों के प्रतिनिधि जरूरतमंदों के बीच किराने का सामान और सब्जियों के पैकेट बांटने में सक्रिय हैं।गाँवों, शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में 40 हजार पैकेट पहले ही वितरित किए जा चुके हैं।

इन बैंकों ने एक लाख पैकेट वितरित करने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने के लिए कई केंद्र स्थापित किए गए हैं जहां ये घरेलू किट तैयार किए जा रहे हैं।

गरीब परिवारों को हर संभव तरीके से मदद करने के लिए बैंकों ने करोड़ों रुपये का प्रावधान किया है। बैंकों के निदेशकों और कर्मचारियों ने जरूरतमंदों की सूची तैयार कर ली है।

एडीसी बैंक के निदेशक कमलेश त्रिपाठी ने कहा, “प्रत्येक प्रतिनिधि 25 किट लेकर जाता है और उन्हें लोगों के बीच वितरित करता है। पिछले कई दिनों से हम किट बांटने की प्रक्रिया में हैं।

इससे पहले, गुजरात राज्य सहकारी बैंक ने सीएम राहत कोष और पीएम केयर फंड में 1.51-1.51 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इसके अलावा, कर्मचारियों ने एक दिन के वेतन से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 5 लाख रुपये दिए हैं।

और, अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव (एडीसी) बैंक ने सीएम राहत कोष और पीएम केयर्स फ़ंड – प्रत्येक में 1.01 करोड़ रुपये दान किए हैं। इसके अलावा, कर्मचारियों ने एक दिन के वेतन से सीएम राहत कोष के लिए 21 लाख रुपये दिए हैं। 

इन दोनों के अलावा, राज्य में अन्य सहकारी समितियाँ भी जरूरतमंदों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रही हैं। कल हमने एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें पाठकों को बताया गया कि बनास डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों ने पीएम केयर्स फंड में 7 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है।

इससे पहले, जी एच अमीन के नेतृत्व में गुजरात स्टेट को-ऑप यूनियन; ज्योतिंद्र मेहता की अगुवाई में राजकोट बैंक; दिलीप संघानी के मार्गदर्शन में अमरेली डीसीसीबी और कई अन्य सहकारी संगठनों ने कोरोना की लड़ाई में सीएम और पीएम राहत कोष में योगदान दिया है।

कोई आश्चर्य नहीं कि सहकारी समितियों द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों ने मीडिया सहित सभी की वाहवाही बटोरी है। गुजरात राज्य सहकारी बैंक और अहमदाबाद राज्य सहकारी बैंक द्वारा जरूरतमंदों की मदद के लिए किए जा रहे कार्यों पर इंडिया टीवी ने शनिवार को एक कहानी चलाई थी।

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