ताजा खबरें

एनसीयूआई ने सार्क देशों के प्रतिभागियों को किया प्रशिक्षित

सिकटॉब के सहयोग से एनसीयूआई ने सोमवार को दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में पांच दिवसीय “ट्रेनिंग टेक्निक फॉर ट्रेनर ऑफ कोऑपरेटिव एंड रूरल फाइनेनसिंग इंस्टीटूशन्स” पर एक अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की।

इस कार्यक्रम में सार्क देशों के केंद्रीय बैंकोंसहकारी और ग्रामीण वित्तपोषण संस्थानों के 29 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

इस अवसर पर एएआरडीओ के महासचिव डॉ मनोज नरदेवसिंहएनसीयूआई के सीई एन सत्यनारायण और एनसीयूआई के अन्य शीर्ष अधिकारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

डॉ मनोज नरदेवसिंह ने ग्रामीण परिवर्तन पर बल दिया। हम चाहते हैं कि देश के किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए भारत में ग्रामीण स्तर पर अच्छे वित्तीय संस्थान हों। मुझे उम्मीद है कि यह कार्यक्रम आपको हर पहलू में सशक्त करेगा”, उन्होंने प्रतिभागियों से कहा।

नरदेवसिंह ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की आवश्यकता है। सहकारिता के बिना हम कृषि क्षेत्र को सशक्त नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि बाजार के अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए सहकारी समितियों में प्रौद्योगिकी को अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रशिक्षण सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह विशिष्ट विषयों पर बुनियादी ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्राप्त ज्ञान को सहकारी संस्थानों में प्रयोग कर सकते हैं”।

सिंह ने प्रतिभागियों से अपने-अपने देशों के विचारों और नवाचारों को साझा करने का भी आग्रह किया। सार्क देशों के प्रतिभागियों को सत्र का आनंद लेते और सकारात्मक मानसिकता के साथ योगदान करते देखा गया।

एनसीयूआई के सीई एन सत्यनारायण ने अपनी टिप्पणी में कहा, “लगभग 70 प्रतिशत भारतीय आबादी कृषि पर निर्भर है और उनमें से बड़ी संख्या गरीबी रेखा के नीचे है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलना चाहिए

सहकारिता का उद्देश्य समाज के हर एक नागरिक की मदद करना है। सत्यनारायण ने कहा कि भारत में लगभग 8.3 लाख सहकारी समितियां हैं और यह किसी भी योजना को लागू करने के लिए एक विशाल नेटवर्क प्रदान करता है।

इस कार्यक्रम का समन्वयन एनसीयूआई के अंतर्राष्ट्रीय संबंध के निदेशक रितेश डे ने किया। कार्यकारी निदेशक के एन सिन्हा ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close