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संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सहकारिता की प्रशंसा की

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर दुनिया भर में सहकारिता कर्मियों के लिए एक आधिकारिक संदेश जारी किया:

“हम अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस का जश्न मना रहें हैं कि कैसे सहकारिता ने सतत विकास और सामाजिक एकीकरण के सुन्दर काम को आगे बढाते हुए एक सुन्दर संसार की रचना की है.”

सहकारिता अपने सदस्यों को सशक्त बनाने और समुदायों को मजबूत बनाने का काम करती हैं.  वे खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देती हैं और छोटे कृषि उत्पादकों के लिए अवसरों में वृद्धि करती हैं. उन्हें स्थानीय आवश्यकताओं की बेहतर जानकरी होती है और वे स्थानीय विकास को बेहतर करने के लिए इंजन के रूप में कार्य करने की स्थिति में है.

“विश्व मे छाए संकट ने सहकारी बैंकों या सोने और क्रेडिट सहकारी संघ के रूप में वैकल्पिक वित्तीय संस्थाओं की उत्थान की क्षमता को साबित कर दिया है.”

बान-की-मून ने यह भी कहा कि सहकारी समितियां दुनिया भर में युवा लोगों और महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों की पेशकश के द्वारा स्थानीय समुदायों को बनाए रखने में एक मौलिक भूमिका निभाती हैं. संसाधनों को सुलभ बनाकर वे वित्त, सूचना और प्रौद्योगिकी के उपयोग को पहुंच के दायरे में लाते है”.

इस अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष में मैं सभी हितधारकों को प्रोत्साहित करना चाहता हूं कि वे जागरूकता बढाएं और अन्य जगहों पर भी सहकारिता को मजबूत बनाने वाली  नीतियों को लागू करवाने के प्रति सजग रहें.  मानव गरिमा और दुनिया भर में एकजुटता के लिए योगदान देकर सहकारी समितियां वास्तव में एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती हैं. ”

आई.सी.ए. के अध्यक्ष डेम पाओलिन ग्रीन ने सहकारिता को एक “बड़ा और प्रेरणादायक आंदोलन” के रूप में वर्णित किया.  उन्होंने बताया कि सहकारी समितियां किस तरह से दुनियां भर में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष मना रही हैं – नेपाली सहकारी समितियों द्वारा आईसीए का झंडा माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचाने से लेकर सिंगापुर में  सहकारिता पर  बच्चों की चार किताबों के प्रकाशन तक. उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने प्रेरणादायक आंदोलन का प्रोफ़ाइल बढ़ाएं और इन अद्भुत सहकारी समितियों के बारे में लोगों को बताएं. हमें उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक हम वास्तव में एक सफल रोमांचक अन्तर्राष्ट्रीय वर्ष से सहकारिता के विकास के दशक की ओर बढेंगे.

आईसीए के निदेशक चक गोल्ड ने कहा कि इस अवसर का सहकारिता के बारे में व्यापक रूप से प्रचार करने में इस्तेमाल करना चाहिए. सहकारी समितियां 21 वीं सदी की अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं. ”

केन्या में, सकल घरेलू उत्पाद के 45 प्रतिशत का  योगदान सहकारी समितियों का होता है और अमरीका की 30,000 सहकारी समितियों में दो लाख लोगों को रोजगार मिला है. सहकारिता मूल्यो आधारित उद्यमो है. सहकारी प्रमुख उद्यम मॉडल की किसी की भागीदारी शासन की सबसे बड़ी डिग्री है. इसमें सदस्यों के जुडे होने से समुदाय के मूल्य प्रतिबिंबित होते हैं,  श्री गोल्ड ने कहा.  उन्होंने आगे कहा कि सहकारी समितियां कृषि से लेकर मत्स्य पालन, बैंकिंग और क्रेडिट यूनियन तक के हर क्षेत्र में अपनी पैठ रखती हैं. वे एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर रही हैं.

 

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