भारत ने बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) देशों के लिए बंगाल की खाड़ी के कृषि विशेषज्ञों की 8वीं बैठक वर्चुअल रूप से संपन्न हुई।
कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्राने म्यांमार के कृषि, पशुधन और सिंचाई मंत्रालय के योजना विभाग के उप महानिदेशक डॉ. थांडा केईके साथ दिन भर चली इस बैठक की सह-अध्यक्षता की।
बैठक में बांग्लादेश, भूटान,भारत,नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड के कृषि मंत्रालयों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
अध्यक्ष ने संयुक्त राष्ट्र खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन 2021 और विश्व स्तर पर कृषि और खाद्य प्रणालियों में हो रहे परिवर्तनों का उल्लेख किया। उन्होंने छात्रों और विशेषज्ञों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने के लिए बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच जुड़ाव बढ़ाने और कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग को और मज़बूत बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने दीर्घकालीन कृषि, खाद्य प्रणाली और मूल्य श्रृंखला को विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकियों के व्यापार के साथ-साथ जैव सुरक्षा और जैव सुरक्षा चिंताओं को दूर करने और डिजिटल कृषि को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
बिम्सटेक सदस्य देशों ने कृषि में स्नातकोत्तर और पीएचडी कार्यक्रमों के लिए छात्रवृत्ति के छह स्लॉट और बीज क्षेत्रों के विकास सहित क्षमता विकास एवं प्रशिक्षण जैसी अन्य पहलों की पेशकश करते हुए भारत की अधिक भागीदारी की सराहना की।
बैठक में पशुधन और पोल्ट्री के उच्च प्रभाव वाले सीमावर्ती रोगों के क्षेत्रों में सहयोग; बैठक में जलीय जंतु रोगों और जलीय कृषि में जैव सुरक्षा और सटीक खेती को बढ़ावा देने के लिए डिजिटलाइजेशन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई।