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अर्बन फार्मिंग पर इफको का जोर; ‘जादुई मिट्टी’ का आगाज

भारत के लोग गांवों से शहरों की ओर तेजी से पलायन कर रहे है और इस बीच शहरी खेती यानी अर्बन एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने में उर्वरक सहकारी संस्था इफको प्रमुख भूमिका निभाने जा रही है। हर एक शहरी व्यक्ति अपनी बालकनी में पौधे लगाकर स्वच्छ हवा प्राप्त करना चाहता है।

इफको की कई सहायक कंपनियों में से एक “इफको बाजार” ने हाल ही में शहरवासियों की बढ़ती जरूरतों के लिए आकर्षक पैक में कई अन्य उत्पादों के साथ “मैजिक सॉइल” लॉन्च किया है। इफको के एक अधिकारी ने दावा किया कि यह मिट्टी वास्तव में जादू की तरह काम करती है और यह मिट्टी, पोषक तत्वों और उर्वरकों का एक विकल्प है।

‘जादुई मिट्टी’ सभी प्रकार के पौधों के लिए एक पूर्वमिश्रित पौष्टिक आहार के समान है। इफको के अधिकारी ने कहा, “हम अपने किचन गार्डन या बालकनी में रखे पौधों के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं”।

इसे प्राप्त करना भी काफी आसान है। उन्होंने बताया कि केवल  iffcobazar.in की साइट पर जाकर इसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। इस साइट पर कई अन्य उत्पाद भी उपलब्ध हैं जिनमें बीज समेत जैविक पौधों के विकास को बढ़ावा देने वाले सभी प्रकार के विशेष उर्वरक शामिल हैं।

अधिकारी ने आगे बताया, “इसकी डिलीवरी में कम समय लगता है और इसे निःशुल्क घर पर पहुंचाया जाता है। पौधों पर  “मैजिक सॉइल” का परिणाम उत्साहवर्धक है। उद्यान प्रेमी अब इसे http://iffcobazar.in या @IFFCOBAZAR ऐप पर ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

इस संदर्भ में इफको के तकनीकी प्रमुख ए के गुप्ता ने कुछ वीडियो भी पोस्ट किये हैं, जिसमें शहरवासी अपनी बालकनी में लगे पौधों पर ‘जादुई मिट्टी” का उपयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

हाल के दिनों में अपने कई ट्वीट्स में इफको के एमडी डॉ यू एस अवस्थी ने शहरी जीवन में व्यापक वृक्षारोपण की भूमिका को सराहा है। अवस्थी कहते हैं कि भीड़-भाड़, निर्माण और ऑटोमोबाइल उत्सर्जन जैसे कुछ कारक हैं जो शहर के जीवन की गुणवत्ता को कम कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण से इसको बचाया जा सकता है।

“हमें शहरी कृषि की इस नई तकनीक को अपनाना चाहिए। यह तकनीकी शहरों में हमारे जीवन को बदल सकती है। इससे ताजा खाद्य और एक स्वच्छ वातावरण मिल सकता है, तनाव को दूर किया जा सकता, नौकरी के अवसर पैदा हो सकते हैं, हमारे आसपास की चीजों को बेहतर बनाया जा सकता है और अन्य बहुत कुछ हो सकता है। आइए हम एक अधिक हरित शहर का विकास करें”, इफको एमडी ने अपने ट्वीट में लिखा।

एक अन्य ट्वीट में अवस्थी ने कहा, “हम शहरों में अपने आसपास अधिक से अधिक पेड़ लगायें  क्योंकि शहर को हरा-भरा बनाने से हमारी सेहत सुधर सकती है और अधिक ताजी हवा से शहरों को स्वच्छ और रहने लायक अधिक खुशहाल स्थान बना सकते हैं।सभी# इफको बिल्डिंग अब #ग्रीन बिल्डिंग हैं। चलो कम से कम एक पेड़ लगाएँ। #sustainability”।

पिछले वर्षों के दौरान, शहरी खेती एक विश्वव्यापी प्रवृत्ति बन गई है। दावा किया जा रहा है भविष्य में भोजन का यही एकमात्र साधन होगा और नए “स्मार्ट गार्डनिंग” ब्रांड पहले से तेजी से मार्केट में पैर पसार रहे हैं।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें।

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