
अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में मुंबई में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ‘सहकार टैक्सी’ सेवा की घोषणा की, जो पूरी तरह से सहकारी मॉडल पर आधारित होगी।
अपने संबोधन में शाह ने कहा, “इस मॉडल के तहत टैक्सी चालक केवल कर्मचारी नहीं, बल्कि ‘सहकार टैक्सी’ सेवा के सह-मालिक भी होंगे। सेवा से होने वाला मुनाफा सीधे उनके बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाएगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा, “हर टैक्सी चालक इस सेवा से सिर्फ जुड़ा नहीं रहेगा, बल्कि वह इस सहकारी टैक्सी का मालिक होगा। यही है सहकारिता मॉडल की असली ताकत।”
इस पहल का उद्देश्य टैक्सी चालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स पर निर्भरता को कम करना और लाभ का न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना है।
शाह ने यह भी उल्लेख किया कि प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) को भी इस सहकारी टैक्सी सेवा से जोड़ा जा सकता है, जिससे ग्रामीण-शहरी सहकारी तंत्र को मजबूती मिलेगी, स्थानीय वित्तीय सेवाओं का विस्तार होगा और व्यापक स्तर पर सहयोग की भावना विकसित होगी।