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इफको का नैनो डीएपी उत्पादन आंवला और फूलपुर में शुरू; हर दिन बनाएगी 2 लाख बोतलें

इफको ने उत्तर प्रदेश के आंवला और फूलपुर में दो अतिरिक्त नैनो डीएपी लिक्विड संयंत्रों की शुरुआत कर अपनी नैनो-फर्टिलाइज़र उत्पादन क्षमता को और सुदृढ़ किया है। प्रत्येक संयंत्र की प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता 500 मिलीलीटर की 2 लाख बोतल है।

इन दोनों नई इकाइयों के शुरू होने के साथ ही, इफको अब देशभर में कुल पाँच नैनो-फर्टिलाइज़र संयंत्रों का संचालन कर रहा है, जिनकी संयुक्त दैनिक उत्पादन क्षमता 9.5 लाख बोतलों तक पहुँच गई है। इसमें नैनो यूरिया और नैनो डीएपी लिक्विड दोनों शामिल हैं।

यह विस्तार विशेष रूप से पंजाब से तमिलनाडु तक के किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, जिससे नैनो उर्वरकों की निरंतर और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित होगी और देरी या कमी की समस्या से बचा जा सकेगा।

परंपरागत डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरकों में अपेक्षाकृत बड़े कण होते हैं, जो भूमि में असमान रूप से वितरित हो सकते हैं और बहकर नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसके विपरीत, नैनो डीएपी लिक्विड 100 नैनोमीटर से भी छोटे कणों से निर्मित होता है, जिससे उसका सतही क्षेत्रफल बढ़ जाता है और पौधों की जड़ों द्वारा पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक प्रभावी तरीके से होता है। यह न केवल मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है बल्कि फॉस्फोरस की समान आपूर्ति सुनिश्चित कर अपव्यय को घटाता है, पर्यावरणीय प्रभाव कम करता है और फसल की वृद्धि व उत्पादकता को भी बढ़ाता है।

अनेक अध्ययन और क्षेत्र परीक्षण यह प्रमाणित करते हैं कि नैनो-आकार के उर्वरकों की कम मात्रा से भी बेहतर कृषि परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इससे न केवल किसानों की लागत घटती है बल्कि यह टिकाऊ कृषि के राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप भी है जैसे जल स्रोतों में पोषक तत्वों का रिसाव रोकना और उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग से होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना।

इस उपलब्धि पर इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यू. एस. अवस्थी ने कहा, “नैनो डीएपी लिक्विड को किसानों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। अब आंवला और फूलपुर इकाइयों में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो गया है, जिनकी प्रतिदिन की क्षमता 2 लाख बोतलें है। इससे देशभर में इसकी व्यापक उपलब्धता और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित होगी।”

इफको ने जून 2021 में नैनो लिक्विड यूरिया और अप्रैल 2023 में नैनो डीएपी लिक्विड लॉन्च कर देश में नैनो उर्वरक तकनीक की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई। वर्तमान में नैनो यूरिया की कीमत लगभग 240 रुपये प्रति 500 मिलीलीटर है जबकि नैनो डीएपी लिक्विड 600 रुपये प्रति 500 मिलीलीटर की दर से उपलब्ध है।

ये नवाचार भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन साबित हो रहे हैं जो किसानों को सशक्त और टिकाऊ खेती की दिशा में आवश्यक तकनीक और संसाधन प्रदान कर रहे हैं।

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