इफको एमडी डॉ यू.एस.अवस्थी अकेले आदमी हैं, जिन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के दूरदराज इलाकों का दौरा। अभी तक सरकार और मीडिया दोनों काफी हद तक इन इलाकों से दूर रही हैं। ऐजावल, इटानगर और इंफाल अभी तक दूरस्थ इलाके माने जाते हैं। इफको टीम ने उत्तर पूर्व के मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के तीन राज्यों का दौरा किया।
इफको के मीडिया विभाग के हेड हर्षन्द्र ने कहा कि “इफको भारत में सहकारी समितियों को मजबूत बनाने पर बल दे रहा है और सबसे ज्यादा पूर्वोत्तर क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इफको इटानगर में एक कार्यालय खोलेगी। इफको बाजार के साथ-साथ सामान्य बीमा और किसान को सेवाएं प्रदान करने के लिए आउटलेट खोलेगी”।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फसल बीमा योजना को उत्तर पूर्व के किसानों के लाभ के लिए बिना किसी देरी के शुरू किया जाना चाहिए। इफको ने पहले ही पूर्वोत्तर किसानों के लिए जैविक खाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए गंगटोक में सिफको नाम से नई कंपनी खोलने की घोषणा की है।
ऐजावल, इटानगर और इम्फाल इफको टीम का 64वां, 65वां और 66वां गंतव्य था। किसानों को सम्मानित करना, महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना, स्वास्थ्य जांच का आयोजन करना और स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करना इन गतिविधियों में शामिल था।
अपने सभी चुनावी अभियान में नरेंद्र मोदी ने हमेशा उत्तर पूर्व का उल्लेख किया है और कहा है कि इस क्षेत्र में सरकारों द्वारा कोई ठोस विकास नही किया गया है।
सोमवार को 64वां ऐजावल के दौरे में डॉ यू.एस.अवस्थी ने सहकारी आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया। बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। “ऐजावल में महिलाओं की भागीदारी देखकर उत्साहित हूं। इफको हमेशा महिलाओं का समर्थन करती है। कृषि में महिलाओं को सलाम”, उन्होंने ट्वीट में लिखा।
इफको ने किसानों के लिए विशेष रूप से समर्पित एक प्रदर्शनी भी रखी थी। इस अवसर पर स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
मिजोरम के किसानों को जैविक और जैव-उर्वरक के बारे में सूचित किया गया। मिजोरम के विभिन्न स्थानों से आए किसानों और सहकारी नेताओं ने इफको की स्वर्ण जयंती के मौके पर भाग लिया।