
पुणे स्थित वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (वामनिकॉम) ने महिलाओं के नेतृत्व वाली सहकारी समितियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए गुजरात स्थित सेवा कोऑपरेटिव फेडरेशन, अहमदाबाद के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता वामनिकॉम के निदेशक डॉ. सुवा कांत मोहंती और सेवा फेडरेशन की प्रतिनिधि श्रीमती जिगीषा मेहता द्वारा औपचारिक रूप से किया गया। इस साझेदारी का उद्देश्य देशभर में अनौपचारिक क्षेत्र की महिला श्रमिकों के लिए सतत आजीविका मॉडल विकसित करना और महिलाओं के स्वामित्व वाली सहकारी संस्थाओं को अधिक सक्षम बनाना है।
इस सहयोग का मुख्य लक्ष्य महिला-स्वामित्व एवं श्रमिक-नेतृत्व वाली सहकारी समितियों की क्षमता को बढ़ाना है, विशेषकर उन क्षेत्रों में, जहाँ आज भी आय सुरक्षा, संस्थागत समर्थन और व्यावसायिक प्रशिक्षण के अवसर सीमित हैं।
सेवा कोऑपरेटिव फेडरेशन पिछले चार दशकों से अधिक समय से 112 से अधिक महिला-नेतृत्व वाली सहकारी संस्थाओं को संगठित, मार्गदर्शन और प्रोत्साहित कर रहा है। इसके प्रयासों ने गुजरात सहित देश के अनेक हिस्सों में अनौपचारिक क्षेत्र की हजारों महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं।
वहीं, देश के शीर्ष सहकारी प्रबंधन संस्थान के रूप में वामनिकॉम सहकारी शासन, नीतिगत शोध और प्रबंधन के क्षेत्र में अपनी शैक्षणिक विशेषज्ञता प्रदान करेगा।
समझौते के तहत कई संयुक्त गतिविधियाँ निर्धारित की गई हैं, जिनमें सहकारी शासन, वित्तीय साक्षरता, उद्यम विकास, डिजिटल परिवर्तन और नेतृत्व विकास पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं-जिन्हें अनौपचारिक क्षेत्र की महिलाओं की जरूरतों के अनुरूप तैयार किया जाएगा।
इसके साथ ही, वामनिकॉम के छात्रों को सेवा-नेतृत्व वाली सहकारी संस्थाओं में इंटर्नशिप और फील्ड एक्सपोज़र का अवसर मिलेगा, जिससे वे जमीनी सहकारी मॉडलों से प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त कर सकेंगे और भविष्य में समावेशी सहकारिता को आगे बढ़ाने में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकेंगे।



