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एक बार फिर आईसीए-एपी के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए चंद्रपाल

कोलंबो में आयोजित क्षेत्रीय सभा में भारत के वरिष्ठ सहकारी नेता डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव को इंटरनेशनल कोऑपरेटिव एलायंस–एशिया पैसिफिक (आईसीए-एपी) के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध रूप से पुनर्निर्वाचित किया गया। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और बोर्ड सदस्यों के चुनाव गुरुवार को क्षेत्रीय सभा के दौरान आयोजित किए गए।

इस चुनाव में चीन के आदिली वुबुली और मलेशिया के डाटुक सिरी डॉ. अब्दुल फताह अब्दुल्लाह को आईसीए-एपी के दो उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया। इस चुनाव में जॉर्डन के अब्देलफताह एम. क्यू. अल-शलाबी उपध्यक्ष का चुनाव हार गए।

निर्वाचन प्रक्रिया के अनुसार, पहले आईसीए-एपी बोर्ड के सदस्य चुने जाते हैं, उसके बाद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी का चुनाव होता है। आईसीए-एपी बोर्ड में 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था।

निर्वाचन परिणाम की घोषणा के बाद, डॉ. यादव ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में सभी सदस्य देशों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

डॉ. यादव ने कहा, “यह सर्वसम्मत जनादेश मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है। यह पूरे एशिया-पैसिफिक क्षेत्रीय सहकारी समुदाय के विश्वास को दर्शाता है। मैं हर सदस्य राष्ट्र के साथ मिलकर क्षेत्र में सहकारी संबंधों को और मजबूत करने के लिए पूरी ऊर्जा के साथ काम करूंगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न देशों में सहकारी संस्थाओं के लिए अनुकूल कानूनी, नीतिगत और नियामक वातावरण तैयार करना उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक रहेगा। डॉ. यादव ने कहा, “जहां लोकतांत्रिक मूल्यों, स्वायत्तता और पारदर्शिता की रक्षा होती है, वहीं सहकारी संस्थाएं फलती-फूलती हैं। मैं सरकारों, फेडरेशन और जमीनी संस्थाओं के साथ मिलकर इन मूल सिद्धांतों की सुरक्षा करूंगा।”

डॉ. यादव ने अपने विजयी संदेश में कहा, “यह जीत केवल मेरी नहीं है, यह हर छोटे किसान, श्रमिक, कारीगर और जमीनी स्तर के सहकारी की जीत है, जो एकता की शक्ति में विश्वास रखते हैं। एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और हम साथ मिलकर इसे साकार करेंगे।”

कोलंबो में मौजूद भारतीय नेताओं ने डॉ. यादव को उनकी शानदार जीत पर बधाई दी और कई ने उनके निर्विरोध चुनाव को भारत की वैश्विक सहकारी नेतृत्व की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।

डॉ. यादव का सफर प्रेरणादायक है। जांसी से शुरू होकर उन्होंने जमीनी स्तर से लेकर एशिया के सबसे सम्मानित सहकारी नेताओं में अपनी पहचान बनाई। 19 मार्च 1959 को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में जन्मे डॉ. यादव स्वतंत्रता सेनानी और कृषक परिवार से हैं। उनके पास एम.एससी., बी.एड., एल.एल.बी., और पी.एच.डी. की डिग्रियां हैं।

डॉ. यादव ने कई उच्चस्तरीय पदों पर कार्य किया है, जिनमें पूर्व अध्यक्ष, कृभको और इसकी सहायक कंपनियां; पूर्व अध्यक्ष, एनसीयूआई; आईसीए-एपी उपाध्यक्ष (2010–2021); इंटरनेशनल रायफाइजन यूनियन, जर्मनी के सदस्य; एनसीसीएफ और नेफेड के बोर्ड सदस्य शामिल हैं। वे सांसद (राज्यसभा) भी रह चुके हैं।

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