
भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इफको के चेयरमैन दिलीप संघानी और उपाध्यक्ष बलवीर सिंह ने किया, जबकि प्रबंध निदेशक के. जे. पटेल तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बैठक में किसानों के सशक्तिकरण, सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण समृद्धि और कृषि नवाचार में इफको की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई। इफको की नैनो उर्वरक तकनीक- नैनो यूरिया और नैनो डीएपी- को भारतीय कृषि के लिए क्रांतिकारी कदम बताया गया।
संघानी ने मुख्यमंत्री को इन नैनो उर्वरकों के पर्यावरण अनुकूल और किफायती स्वरूप की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये उत्पाद फसल उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने और मिट्टी की सेहत सुधारने में प्रभावी हैं। बैठक में प्रदेशभर के किसानों के बीच नैनो उर्वरकों के प्रचार-प्रसार की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
इफको सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के हित में इफको के नवाचार और सहकारिता आधारित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने रबी सीजन से पहले उर्वरकों की समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करने पर बल देते हुए सहकारी संस्थाओं को ग्रामीण विकास के सशक्त साधन के रूप में और मजबूत करने की बात कही।
चेयरमैन दिलीप संघानी ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा, “मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से हम अपने सहकारी प्रयासों को और सशक्त करेंगे तथा नैनो उर्वरकों के लाभ हर किसान तक पहुँचाएंगे।”
इफको के उपाध्यक्ष बलवीर सिंह और प्रबंध निदेशक के. जे. पटेल ने कहा कि संस्था ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘आत्मनिर्भर कृषि’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सतत् और स्वावलंबी कृषि को बढ़ावा दे रही है।
बैठक का समापन “सहकार से समृद्धि”- यानी सहयोग के माध्यम से समृद्धि- के संदेश के साथ हुआ।



