
सहकार भारती ने 11 और 12 अक्टूबर को केरल के एर्नाकुलम में अभ्यास वर्ग का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य राज्य में सहकारिता आंदोलन को पुनर्जीवित करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करना था।
दो दिवसीय कार्यशाला में केरल के विभिन्न हिस्सों से आए 145 से अधिक समर्पित कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस मौके पर प्रतिभागियों को सहकारी सिद्धांतों और सहकारी क्षेत्र की सफलता की कहानियों के बारे में अवगत कराया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश पी.एन. रविचंद्र, राष्ट्रीय आयोजन सचिव संजय पचपोर और दक्षिण क्षेत्रीय प्रचारक हरिकृष्णन (आरएसएस) द्वारा किया गया।
कार्यशाला का एक विशेष आकर्षण “कार्यकर्ता हैंडबुक” का विमोचन था, जिसे संजय पचपोर ने जारी किया। यह पुस्तिका प्रतिभागियों को उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों की विस्तृत जानकारी प्रदान करती है।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने सहकारी नीतियों और विभागीय जिम्मेदारियों जैसे विषयों पर गहन चर्चा की। इन सत्रों का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना था, ताकि वे सहकारी आंदोलन में प्रभावी योगदान दे सकें।
समापन सत्र में संजय पचपोर ने मार्गदर्शन देते हुए सहकारी क्षेत्र को आगे बढ़ाने में सामूहिक दृष्टि और समर्पण के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सहकार भारती के राज्य अध्यक्ष करुणाकरण नांबियार, महासचिव राजशेखरन के और अन्य लोगों की उपस्थिति ने सहकारी आंदोलन के प्रति सामूहिक समर्थन को दर्शाया।
इस आयोजन ने प्रतिभागियों में सहयोग की भावना को मजबूत करने के साथ-साथ भविष्य में बड़े लक्ष्यों की दिशा में मार्ग प्रशस्त किया।