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करिमनगर डीसीसीबी बना डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की मिसाल

लखनऊ स्थित सेंटर फॉर प्रोफेशनल एक्सीलेंस इन कोऑपरेटिव्स (बर्ड) ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट “स्टैंडआउट प्रैक्टिसेज इन कोऑपरेटिव बैंक्स” में करीमनगर डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक (करीमनगर डीसीसीबी) को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का उत्कृष्ट उदाहरण बताया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक द्वारा 26 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया मोबाइल बैंकिंग ऐप उसके लो-कॉस्ट डिपॉजिट बेस को मज़बूत करने में एक अहम कदम साबित हुआ। ऐप लॉन्च के पहले ही तिमाही में बैंक का कासा शेयर 39 प्रतिशत से बढ़कर 43 प्रतिशत तक पहुँच गया, जो 2019 से 2024 की अवधि में सर्वाधिक था। इस दौरान बैंक का कासा बैलेंस लगभग 130 करोड़ रुपये बढ़कर 864.56 करोड़ रुपये से 994.31 करोड़ रुपये हो गया।

बर्ड की रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 2023–24 में फिक्स्ड डिपॉजिट दरें बढ़ने के बावजूद करीमनगर डीसीसीबी ने कासा में स्थिरता बनाए रखी। इसका श्रेय बैंक के यूपीआई और क्यूआर-आधारित कलेक्शन सिस्टम तथा इंटीग्रेटेड डिजिटल सेवाओं को दिया गया है, जिन्होंने ग्राहकों को अपने खातों में अधिक बैलेंस रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

रिपोर्ट के अनुसार, बैंक की सफलता के पीछे कई अभिनव पहलें रहीं। बैंक ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मोबाइल बैंकिंग की पहुँच को जन-जन तक फैलाने के लिए विशेष अभियान चलाए, ग्राहकों को डिजिटल लेनदेन के लाभों से जोड़ने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए, और ऋण पुनर्भुगतान, सब्सिडी क्रेडिट व अन्य सरकारी योजनाओं के भुगतान जैसी सेवाओं को ऐप से सुगमता से एकीकृत किया।

भविष्य में बैंक एआई-आधारित वित्तीय सलाह, डेटा-आधारित अकाउंट रीएक्टिवेशन और डिजिटल सैलरी सिस्टम जैसी नई पहलें शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि ग्राहक जुड़ाव और जमा आधार को और मजबूत किया जा सके।

बर्ड लखनऊ के निदेशक डॉ. निरुपम मेहरोत्रा ने कहा कि करीमनगर डीसीसीबी का डिजिटल मॉडल सहकारी बैंकों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ऐसे अध्ययन सहकारी शासन और वित्तीय स्थिरता को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

यह रिपोर्ट नाबार्ड द्वारा तेलंगाना में की गई एक पायलट स्टडी का हिस्सा है, जिसमें 12 सहकारी बैंकों की उत्कृष्ट प्रथाओं को शामिल किया गया है। रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया कि यूपीआई-सक्षम मोबाइल ऐप ने करीमनगर डीसीसीबी के लो-कॉस्ट फंडिंग मॉडल में बड़ा बदलाव लाया है और यह डिजिटल समावेशन व सतत कासा वृद्धि का प्रमाणिक उदाहरण है।

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