
राजस्थान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सहकारिता देश और प्रदेश को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का द्वार है। राज्य सरकार आमजन को सहकारिता से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उनके जीवन स्तर में बड़ा बदलाव लाया जा सके। मुख्यमंत्री बुधवार को जयपुर के बिड़ला सभागार में सहकार भारती और सहकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की प्रत्येक पंचायत को ग्रामीण सहकारी समितियों (जीएसएस) से जोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को बीज और खाद आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे। वर्तमान में प्रदेश में 236 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक शाखाएं संचालित हो रही हैं और सदस्य संख्या साढ़े चार लाख से अधिक है।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में देश की सहकारिता अपने स्वर्ण काल से गुजर रही है। हाल ही में केंद्र सरकार ने पहली विस्तृत राष्ट्रीय को-ऑपरेटिव पॉलिसी लॉन्च की है और बीते चार वर्षों में सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए 100 से अधिक पहल की हैं।
पूर्ववर्ती सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पहले किसानों को समय पर बीज और पैसा नहीं मिल पाता था तथा सहकारी बैंकों की एनपीए स्थिति भी चिंताजनक थी। वर्तमान सरकार ने पारदर्शिता लाकर शिकायत निवारण व्यवस्था लागू की है और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक किसानों को 42,394 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त अल्पकालिक फसली ऋण उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा, राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना और विकेन्द्रीकृत अन्न भंडारण योजना के तहत भी किसान और पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं।
कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार ने कहा कि राजस्थान सहकारिता क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन रहा है। आरबीआई निदेशक सतीश मराठे ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों को वित्तीय समावेशन का सशक्त माध्यम बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सहकार भारती की मार्गदर्शिका का विमोचन और सदस्यता अभियान एप का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जबरन धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून लेकर आई है। राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म-संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 विधानसभा से पारित हो चुका है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय धर्मांतरण गिरोह सक्रिय थे, लेकिन अब इस कानून के जरिए ऐसी गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगेगी। जो कोई भी इसमें शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम में सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदय जोशी, उपाध्यक्ष दीपक चौरसिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम सहित देशभर से पदाधिकारी मौजूद रहे।