
पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में एनसीसीएफ और बिस्कोमॉन के अध्यक्ष विशाल सिंह ने घोषणा की कि बिहार में खरीफ 2024-25 के अंतर्गत कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) आपूर्ति की समयसीमा अब 14 सितंबर 2025 तक कर दी गई है।
इस फैसले से प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स), सहकारी बैंकों और व्यापार संगठनों को बड़ी राहत मिली है।
पहले निर्धारित कट-ऑफ तिथि के कारण राज्यभर की लगभग 900 खरीद समितियों पर डिफॉल्ट नोटिस और वित्तीय दंड का खतरा था। अब इस विस्तार से करीब 60,000 मीट्रिक टन चावल, जिसकी कीमत लगभग 200 करोड़ रुपये है, की आपूर्ति सुचारू रूप से पूरी होने की संभावना बढ़ गई है।
विशाल सिंह ने बताया कि यह निर्णय केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी से हुई चर्चा के बाद लिया गया।
उन्होंने कहा कि जल्द ही अन्य महत्वपूर्ण लंबित मुद्दों, खासकर वर्ष 2012 से अटके खरीद दरों के पुनर्निर्धारण और किसान कल्याण योजनाओं पर भी ठोस दिशा-निर्देश आने की उम्मीद है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह विस्तार न केवल परिचालन स्तर पर बल्कि वित्तीय दृष्टि से भी सहकारिता क्षेत्र के लिए राहतकारी साबित होगा।
बिस्कोमॉन और एनसीसीएफ के सहयोग से राज्य अब खरीफ सीजन की आपूर्ति श्रृंखला को 100 प्रतिशत तक पूरा करने की मजबूत स्थिति में है।