
राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक का सर्वोच्च वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया। इस दौरान निगम ने विभिन्न क्षेत्रों में 1.30 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मंजूर की और सहकारी संस्थाओं को 95,176 करोड़ रुपये का अभूतपूर्व वितरण किया।
इस मदद से 2,76,760 सहकारी समितियों और 1.27 करोड़ सदस्यों को सीधे लाभ मिला, जो 20 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैली सहकारी संस्थाओं तक पहुंचा।
एनसीडीसी ने 1963 से लगातार मुनाफा कमाया है। वित्त वर्ष 2024-25 में निगम ने लगभग 750 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, शून्य एनपीए दर्ज किया और 99.75% ऋण वसूली दर हासिल की।
निगम ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, 10,000 किसान उत्पादक संगठन, पैक्स का डिजिटलीकरण, सहकारी स्टार्टअप्स, महिला और आदिवासी सहकारी समितियों, आनंद पैटर्न के डेयरी संघों और निर्यात-उन्मुख विपणन सहकारी समितियों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की।
आगामी वित्त वर्ष 2025-26 में निगम ने 80,000 करोड़ रुपये की नई वितरण योजना का लक्ष्य रखा है। अधिकारी बताते हैं कि अब फोकस गुणवत्ता वाले क्रेडिट, सतत विकास, डिजिटल मॉनिटरिंग और सहकारी संस्थाओं की क्षमता निर्माण पर रहेगा।
सरकार की “सहकार से समृद्धि” योजना के तहत स्वास्थ्य, पर्यटन, परिवहन और सेवा क्षेत्रों में सहकारी पैठ बढ़ाने के साथ एनसीडीसी का भविष्य में वित्तपोषक, सलाहकार और क्षमता संवर्धक के रूप में योगदान और भी मजबूत होने की उम्मीद है।