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नाबार्ड ने सहकारी बैंकों के लिए निवारण पोर्टल किया लॉन्च

नाबार्ड ने पिछले सप्ताह चेन्नई स्थित आईटीसी ग्रैंड चोला होटल में अपना 44वां स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में नाबार्ड के अध्यक्ष शाजी के. वी. ने स्थापना दिवस को संस्था के लिए “एक निर्णायक क्षण” बताया।

उन्होंने कहा कि नाबार्ड अब केवल एक ऋण प्रदाता संस्था नहीं रहेगा, बल्कि नवाचार तंत्र को दिशा देने, तकनीक को अपनाने और सहकारी संस्थाओं को मजबूत करने की दिशा में अग्रसर होगा। उन्होंने इसे संस्था की समर्पित ग्रामीण प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजु ने नाबार्ड से आग्रह किया कि वह किसानों की वास्तविक जरूरतों के अनुरूप ऋण वितरण प्रणाली को और अधिक प्रभावशाली बनाए। उन्होंने छोटे और सीमांत किसानों को समय पर ऋण उपलब्ध कराने को ग्रामीण आजीविका की रीढ़ बताया। साथ ही, पूर्वोत्तर राज्यों में नाबार्ड की पहुंच बढ़ाने पर भी बल दिया।

कार्यक्रम में कई प्रमुख पहलों की शुरुआत की गई। इसमें “सहकार सारथी” नामक डिजिटल मंच की शुरुआत की गई, जो सहकारी बैंकों को बैक ऑफिस सहायता प्रदान करेगा। लेह में उपकार्यालय की स्थापना की घोषणा की गई, जिससे दूरदराज़ के क्षेत्रों में सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सकेगी। ग्रामीण हितधारकों को योजनाओं, बाजार की जानकारी और परामर्श सेवाएं देने के लिए व्हाट्सएप चैनल शुरू किया गया।

“निवारण” नामक एक डिजिटल शिकायत निवारण तंत्र की शुरुआत की गई, जो ग्रामीण सहकारी बैंकों के लिए 24×7 सेवा उपलब्ध कराएगा और पारदर्शिता एवं सेवा गुणवत्ता को बेहतर बनाएगा। इसके साथ ही, ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार अभियान चलाने की भी घोषणा की गई।

इस मौके पर “रूरलटेक कोलैब पोर्टल” भी लॉन्च किया गया, जो स्टार्टअप्स, अनुसंधान संस्थानों और कृषक उत्पादक संगठनों को जोड़कर ग्रामीण समस्याओं के समाधान की सह-निर्मिति को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, “एक पेड़ माँ के नाम” नामक एक पर्यावरणीय अभियान नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में प्रारंभ किया गया।

इस विशेष अवसर पर नाबार्ड ने तीन प्रमुख प्रकाशनों का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिनोद कुमार, इंडियन ओवरसीज बैंक के एमडी और सीईओ अजय कुमार श्रीवास्तव, नाबार्ड के उप प्रबंध निदेशक गोवर्धन एस. रावत और डॉ. अजय के. सूद समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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