
संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अनुरूप, नाबार्ड और उदयपुर केंद्रीय सहकारी बैंक के संयुक्त तत्वावधान में वित्तीय समावेशन कार्यशाला का आयोजन उदयपुर में किया गया।
कार्यक्रम में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. राजीव सिवाच ने सहकारी संस्थाओं को प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) के कम्प्यूटरीकरण के माध्यम से प्रौद्योगिकीय पारदर्शिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर माइक्रो एटीएम वितरण, ई-पैक्स प्रमाणन, और प्रतीकात्मक चेक वितरण जैसी पहलें कार्यशाला के मुख्य आकर्षण रहीं। वक्ताओं ने “म्हारो खाता, म्हारो बैंक” तथा गोपाल क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी प्रतिभागियों को प्रदान की।
कार्यक्रम का समापन “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण के साथ हुआ।