
कर्नाटक की जानी-मानी पावगड़ा सौहार्द बहुउद्देशीय सहकारी समिति अब मल्टी-स्टेट का दर्जा प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। संस्था ने अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार राज्य की सीमाओं से बाहर करने और बहु-राज्य सहकारी समिति का दर्जा प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है।
समिति का लक्ष्य अपने संचालन को पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश तक विस्तारित करना है, ताकि इसकी पहुँच और अधिक व्यापक हो सके।
31 मार्च 2025 तक समिति का कुल कारोबार 477 करोड़ रुपये रहा और इसने 6.49 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। वर्ष 2002 में तुमकुर जिले के पिछड़े तालुक पावगड़ा से मात्र 25 लाख रुपये की शेयर पूंजी और 250 सदस्यों के साथ शुरू हुई यह समिति अब 3.5 करोड़ रुपये की पूंजी और 19,000 सदस्यों तक पहुँच चुकी है।
समिति का संचालन जाने-माने सहकारी नेता कृष्णा रेड्डी के मार्गदर्शन में हो रहा है, जिनकी नेतृत्व क्षमता ने संस्था को निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर किया है।
बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में भारतीय सहकारिता से बातचीत करते हुए बी.एच. दायकरा रेड्डी, प्रोफेशनल डायरेक्टर ने बताया, “हम लगातार विकास की राह पर हैं और लोगों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
वर्तमान में समिति कर्नाटक के विभिन्न जिलों में 33 शाखाओं के माध्यम से सेवाएं दे रही है और इस वित्तीय वर्ष में 5 और शाखाएं खोलने की योजना पर कार्यरत है।
“हम बहु-राज्य दर्जा प्राप्त करने की दिशा में सक्रिय हैं ताकि आंध्र प्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें,” उन्होंने कहा।
समिति का लक्ष्य इस वर्ष का कारोबार 550 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 10 करोड़ रुपये तक पहुँचाना है।
सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) गतिविधियों के अंतर्गत समिति समाज कल्याण में भी अहम भूमिका निभा रही है। यह वार्षिक धार्मिक आयोजनों में 1 लाख से अधिक लोगों को भोजन कराती है, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करती है और अनाथालयों को सहायता प्रदान करती है।
संस्था अगले वित्तीय वर्ष में अपने संचालन में कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सीबीएस) लागू करने जा रही है और डिजिटल सेवाओं की शुरुआत कर आधुनिक बैंकिंग प्रणाली को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
पावगड़ा सौहार्द समिति महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। इसके 330 कर्मचारियों में से 72 महिलाएं हैं, जो कुल कार्यबल का 33 प्रतिशत हैं।