सहकारी समितियों से जुड़े भाजपा नेताओं ने राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदय लाल अंजाना की घोषणा का स्वागत किया है। हाल ही में अंजाना ने घोषणा की है कि राज्य में सहकारी समितियों का चुनाव इस महीने से शुरू होगा।
राजस्थान से सहकार भारती के अध्यक्ष हनुमान अग्रवाल ने कहा, “हम राजस्थान में सहकारी समितियों का चुनाव कराने के बारे में राज्य सरकार के निर्णय की सराहना करते हैं। राज्य में भाजपा के शासनकाल से ही चुनाव लंबित था।
“सहकार भारती” भी चुनाव में भाग लेगी लेकिन उन्होंने सरकार से स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने का आग्रह किया।
राजस्थान में अधिकांश सहकारी समितियों पर कांग्रेस नेताओं का दबदबा रहा है।
राजस्थान में चुनाव लंबे समय से लंबित हैं और दिसंबर 2019 से जून 2020 तक तीन चरण में सम्पन्न होंगे। करीब 18 हजार से अधिक सहकारी निकाय चुनाव में भाग लेंगे।
इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहकारी समितियों का चुनाव कराने का निर्देश दिया था। राज्य निर्वाचन प्राधिकरण मतदान की देखरेख करेगा।
पहले चरण में दिसंबर से जनवरी तक बुनकर समितियां, आवास, बचत ऋण, खरीद समितियां, केंद्रीय सहकारी बैंकों के सदस्य, प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार, जैसे प्राथमिक सहकारी समितियों सहित लगभग 1,500 सहकारी निकायों का मतदान होगा।
दूसरे चरण में, लगभग 6 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों और खरीद और बिक्री सहकारी समितियों के मतदान फरवरी महीने से शुरू होंगे।
इन चुनावों के बाद, केंद्रीय सहकारी बैंक, एपेक्स बैंक और ‘राजफेड’ चुनाव में भाग लेंगे। साथ ही, जिला सहकारी हॉल स्टोर के लिए भी चुनाव होगा।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि मई में तीसरे चरण में 10 हजार से अधिक प्राथमिक दुग्ध सहकारी समितियों का चुनाव होगा। इसके बाद जिला दुग्ध उत्पादक संघों और आरसीडीएफ का चुनाव होगा। उन्होंने बताया कि चुनावों के लिए आवश्यक तैयारी करने के लिए सहकारी चुनाव प्राधिकरण को निर्देश दिये गये हैं।