विशेष

राष्ट्रपति ने अमूल मॉडल की सराहना की

कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (अमूल डेयरी) के पशु-चारा संयंत्र का उद्घाटन करते हुए भारत के राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अमूल मॉडल अन्य कृषि क्षेत्रों में अनुकरण के योग्य है।

राष्‍ट्रपति ने आगे कहा कि व्‍यावसायियों, कृषक प्रमुखों और अन्य हितधारकों का दायित्‍व है कि वे अमूल प्रयोग का विस्तार कर देश के लाखों किसानों को लाभ पहुंचाएं। उन्‍होंने सभी से अपील की है कि इस विश्‍व स्‍तरीय संस्‍थान में निरंतर प्रगति के लिए एकता, कुशलता और ईमानदारी के प्रति वचनबद्धता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए जो अमूल के संस्‍थापकों का आधार रहा है।

पशु-चारा संयंत्र 1000 टन प्रतिदिन चारा का उत्पादन करने की क्षमता रखता है। यह संयंत्र 24 एकड़ में फैला हुआ है।

जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर.एस.सोढ़ी ने कहा कि संयंत्र को स्थापित करने में 200 करोड़ की लागत लगी है। अमूल के 15 संयंत्रों से अब करीब 8,000 टन प्रतिदिन चारा का उत्पादन किया जाएगा, आर.एस.सोढ़ी ने कहा।

जीसीएमएफ गुजरात में हर साल 800 से 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करता है और अमूल ने राज्य के बाहर करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई हुई है। सोढ़ी ने कहा कि अमूल का ध्यान घरेलू बाजार पर है।

अमूल अपने उत्पादों जैसे घी, पनीर को निर्यात कर रहा है, सोढ़ी ने कहा।

अमूल का 2009-10 में 8,000 करोड़ रुपये का कारोबार था और 2014-15 वित्त वर्ष में अमूल का कारोबार 20,700 करोड़ रुपये था।

जीसीएमएमएफ ने 2020-2021 तक 50,000 करोड़ का कारोबार करने की योजना बनाई  है, सोढ़ी ने कहा।

 

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close