नवम्बर का महीना इंडियन कॉपरेटिव डॉट कॉम और देश के सहकारी नेताओं दोनो के लिए बहुत अच्छा रहा है। इंडियन कॉपरेटिव डॉट कॉम और इसके हिंदी संस्करण भारतीय सहकारिता डॉट कॉम ने 40 लाख (4 मिलियन) लोगों को आकर्षित किया है।
इंडियन कॉपरेटिव डॉट कॉम का कद जनवरी 2010 में अपनी स्थापना के बाद से लगातार बढ़ा है। यह अपने बल पर खुद को स्थापित करने में कामयाब रहा है। वर्तमान में एक लाख से अधिक लोग हर दिन साइट पर आते है। पिछले 19 नवंबर और 27 नवंबर को इसका यातायात बढ़कर 1.5 लाख हो गया था।
पिछले महीने सुनील सिंह जैसे कुछ नेता हैं जो कई बाधाओं के बीच बिस्कोमॉन का चुनाव जीत गए है। लेकिन रणजीत सिंह सहकारी दिग्गज तपेश्वर सिंह के छोटे बेटे को नवंबर में भाग्य ने साथ नही दिया और वे बक्सर सहकारी बैंक का चुनाव हार गए है। ऐसा लगता है उनके अपने लोगों ने ही उनके साथ विश्वासघात किया है।
नवम्बर में इफको के प्रबंध निदेशक यू. एस. अवस्थी ने सहकारी नेताओं को बेहतरीन व्याख्यान दिया।
इफको गौरवान्वित हुआ जब दुनिया में आईसीए ग्लोबल 300 रिपोर्ट में शीर्ष 300 सहकारी समितियों में इफको को स्थान दिया गया।
इसी महीने डॉ. गोपाल एन सक्सेना और के. एस.एम. देवेगौड़ा आईसीए एशिया प्रशांत अनुसंधान समितियों के अध्यक्ष के रूप में और आईसीए एशिया प्रशांत के कृषि समिति के अध्यक्ष क्रमशः के रूप में निर्विरोध चुने गए।
इसके अलावा मैनचेस्टर में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2012 के भव्य समापन समारोह में 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक दुनिया के विभिन्न कोनों से सैकड़ों सहकारी नेता शामिल हुए।
इसके अलावा एनसीयुआई के अध्यक्ष डॉ. चन्द्र पाल सिंह यादव को महीने के अंत में आईसीए एशिया पेसिफिक के उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया है।




