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इफको : बलविंदर नकाई नए चेयरमैन

दिल्ली के साकेत में इफको मुख्यालय पर निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को चुनाव के विजेता के रूप में जैसे ही बलविन्दर सिंह नकाई के नाम की घोषणा की, हवा में “जो बोले सो निहाल ..” का नारा गूंज गया.

भारतीयसहकारिता.कॉम भविष्यवक्ता के रूप में साबित हुआ क्योंकि इसने दौड़ में सबसे आगे के रूप में नकाई की चर्चा की थी. तीनों चुनाव क्षेत्रों से विजेताओं की घोषणा के बाद जल्द ही बोर्ड की बैठक हुई जिसमें श्री एक्स ने नकाई के नाम का प्रस्ताव रखा और प्रेम चन्द्र मुंशी ने उनका समर्थन किया. श्री नकाई दुनिया में सबसे बड़ी सहकारी समितियों में से एक के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित हुए.

उपाध्यक्ष पद के लिए एन.पी. पटेल का नाम प्रस्तावित किया गया और वह भी निर्विरोध चुने गए. उसके बाद जल्द ही वहां नए नेताओं के स्वागत के लिए एक होड शुरू हो गया. इफको के प्रबंध निदेशक श्री यू.के. अवस्थी नव निर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों के स्वागत करने के वालों में सबसे पहले थे.

इस बीच इफको के उत्साही लोग बोर्डरूम के बाहर नए नेताओं का स्वागत करने के लिए बेचैन थे. सभी गतिविधियां टी.वी.चैनलों पर प्रसारित हों रहीं थीं.

दरवाजा खुलते ही नकाई,पटेल और अवस्थी के चारो ओर समर्थकों ने घेरा बना लिया और फूलों की माला और “जो बोले सो निहाल….” से जोरदार ढंग से स्वागत किया. पंजाब से लगभग 85 प्रतिनिधि हैं जो बड़ी संख्या में उपस्थित थे और विशाल सहकारी संस्था के उच्चतम पद पर अपने में से एक को कब्जा करते हुए देख रहे थे.

बाद में श्री यू.के. अवस्थी ने चुनाव के सफल समापन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक लंबी प्रक्रिया थी जो पिछले साल नवंबर में शुरू हुई और आज सम्पन्न हो गई. 815 प्रतिनिधियों ने अपने बोर्ड को चुना हैं.

नई टीम के बारे में बात करते हुए श्री अवस्थी ने भारतीयसहकारिता.कॉम से कहा कि यह परिवर्तन के साथ निरंतरता है. तीन नए निदेशकों का निर्वाचन हुआ है. आंध्र प्रदेश सहकारी संघ ने उत्तराखंड के लिए रास्ता छोडा,छत्तीसगढ़ ने हरियाणा के लिए और राजस्थान से डांगे को रास्ता दिया गया है.

प्रेमचंद मुंशी को 50 में से 44 अर्थात् सबसे ज्यादा मत मिले. परवीन रेड्डी और त्रयंबकराव जी. सिराथ भी फिर से निर्वाचित हुए जबकि श्री आर. रामचंद्रन को निर्वाचन क्षेत्र संख्या 3 से 25 वोट मिले जिससे प्रतियोगिता काफी रोचक हो गई.

इफको बोर्ड की संरचना:- 11 निदेशकों का निर्वाचन सदस्य सहकारी समितियों द्वारा, 10 निदेशकों का सदस्य संघों से होता है. प्रबंध निदेशक सहित 7 कार्यकारी निदेशक और दो ​​सहयोजित निदेशक भी होते हैं.

इफको मुख्यालय पर उत्सव का वतावरण था. प्रतिनिधि खुशी से झूम रहे थे.

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