
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के बीड जिले में स्थित ग्लोबल विकास ट्रस्ट के कृषिकुल परिसर में करीब 20,000 किसानों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “किसान केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि राष्ट्र की शक्ति और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला हैं।”
चौहान ने ग्लोबल विकास ट्रस्ट द्वारा रेशम, प्राकृतिक और जल-आधारित खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने घोषणा की कि फसल नुकसान झेलने वाले किसानों को तत्काल मुआवजा प्रदान किया जाएगा तथा राष्ट्रीय आपदा राहत कोष और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से अतिरिक्त सहायता सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने के लिए अब समय है कि जलवायु-प्रतिरोधी बीजों का विकास और उपयोग बढ़ाया जाए।
चौहान ने यह भी संकेत दिया कि उर्वरक सब्सिडी को सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित करने पर सरकार विचार कर रही है।



