
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किसानों के सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ (एनसीसीएफ) जैसी सहकारी संस्थाओं की अहम भूमिका को रेखांकित किया।
भारत के पहले सहकारी मल्टी-फीड कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि ये संस्थाएँ पंजीकृत किसानों से अरहर, उड़द और मसूर जैसी दालों की 100% न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सीधी खरीद कर रही हैं, जिससे किसानों को स्थिर आय और बाज़ार तक सुगम पहुँच सुनिश्चित हो रही है।
शाह ने बताया कि आने वाले छह वर्षों में सरकार का “दालों में आत्मनिर्भरता मिशन” इन सहकारी संस्थाओं के माध्यम से 1,000 प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित करेगा और 38 लाख उच्च गुणवत्ता वाले बीज किट वितरित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि खरीद, विपणन और प्रसंस्करण को एकीकृत करते हुए नेफेड और एनसीसीएफ सहकारिता ढांचे को भारत की कृषि आत्मनिर्भरता रणनीति का मजबूत स्तंभ बना रहे हैं।