
सहकारी प्रबंधन संस्थान (आईसीएम), पुणे ने हाल ही में सहकारी बैंकों के प्रतिनिधियों के लिए “रिस्क-बेस्ड इंटरनल ऑडिट” विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन आईसीएम पुणे के उपनिदेशक डॉ. देवदत्त ए. दिवेकर ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने सहकारी संस्थाओं में सुशासन एवं आंतरिक नियंत्रण को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बैंकिंग पेशेवरों और लेखा परीक्षकों को ऐसा मंच प्रदान किया गया है, जहाँ वे ज्ञान का आदान-प्रदान कर सकें और उन कौशलों का विकास कर सकें, जो सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में पारदर्शिता, अनुपालन और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं।