
पश्चिम बंगाल राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 में बेहतरीन वित्तीय प्रदर्शन करते हुए 224.14 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। यह पिछली वित्तीय वर्ष 2023-24 के 186.82 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है, जो बैंक की निरंतर विकास और कुशल प्रबंधन का परिचायक है।
31 मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के ऑडिटेड वित्तीय परिणामों के अनुसार, बैंक ने 368.98 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ अर्जित किया।
इस दौरान बैंक की ब्याज आय 1,950.98 करोड़ रुपये रही, जबकि ब्याज व्यय 1,475.23 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जिससे नेट इंटरेस्ट इनकम 475.75 करोड़ रुपये रही। इसके अतिरिक्त, बैंक को अन्य स्रोतों से 9.44 करोड़ रुपये की आय हुई।
परिचालन खर्च 116.21 करोड़ रुपये और प्रावधान व आकस्मिकताओं के मद में 144.84 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद बैंक ने 224.14 करोड़ रुपये का मजबूत करोत्तर लाभ दर्ज किया।
बैंक की बैलेंस शीट के अनुसार, कुल परिसंपत्ति का आकार बढ़कर 32,294.39 करोड़ रुपये हो गया। जमा राशि 15,551.69 करोड़ रुपये, उधारी 14,115.16 करोड़ रुपये और अग्रिम राशि 11,659.92 करोड़ रुपये रही।
इसके साथ ही बैंक ने 7,301.79 करोड़ रुपये के मजबूत निवेश पोर्टफोलियो को बनाए रखा, जबकि अन्य परिसंपत्तियाँ, जिनमें स्थिर परिसंपत्तियाँ शामिल हैं, 856.78 करोड़ रुपये की मूल्यवत्ता रखती हैं।
इसके अलावा, बैंक का नेट एनपीए प्रतिशत 2023-24 के 0.85% से घटकर 2024-25 में 0.80% हो गया, जबकि सकल एनपीए प्रतिशत 4.81% से घटकर 4.69% पर आ गया। बैंक की नेट वर्थ भी 933 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,205 करोड़ रुपये हो गई है। इसके अलावा, कैपिटल टू रिस्क-वेटेड एसेट्स रेशियो (सीआरएआर) 27% के मजबूत स्तर पर बना हुआ है।
लगातार बढ़ती लाभप्रदता और परिचालन दक्षता के साथ, पश्चिम बंगाल देश के अग्रणी सहकारी बैंकों में से एक के रूप में उभर रहा है और सहकारी क्षेत्र के लिए एक आदर्श मॉडल बन चुका है।