
केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले सप्ताह गुजरात के जुनागढ़ स्थित आईसीएआर-ग्राउंडनट रिसर्च निदेशालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की ‘लखपति दीदियों’ से संवाद किया।
चौहान ने 10 लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय अर्जित करने वाली 50 प्रेरणादायक महिलाओं की कहानियों का संकलन और संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट 2024 का विमोचन किया।
उन्होंने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब तक 1.5 करोड़ महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं और 15 अगस्त तक 2 करोड़ के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये महिलाएं सामाजिक परिवर्तन की अग्रदूत बन रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार कर रही हैं। कौशल प्रशिक्षण, ऋण सुविधा और बुनियादी ढांचे के सहयोग से ग्रामीण महिलाएं वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन कर रही हैं।
मंत्री ने संकेत दिया कि आने वाले समय में महिलाओं की भागीदारी उद्योग क्षेत्र में और बढ़ाई जाएगी।