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राजस्थान: जब पैक्स बनी ग्रामीण सशक्तिकरण का प्रतीक

राजस्थान के कोटपूतली-बेहरोड़ जिले के टोरड़ा गांव की बहुद्देशीय प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) सामूहिक प्रयासों से ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता का प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरी है।

यह समिति किसानों को अल्पकालिक ऋण, खाद, बीज और अन्य आवश्यक कृषि सेवाएं उपलब्ध कराकर न केवल उनकी जरूरतों को पूरा कर रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारी आंदोलन को भी नई दिशा दे रही है।

हाल ही में केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने सोशल मीडिया पर इस पैक्स की सराहना करते हुए इसके प्रयासों को उजागर किया। इसके बाद भारतीय सहकारिता ने समिति के प्रतिनिधि अजय कुमार पारिक से विशेष बातचीत की।

पारिक ने बताया कि वर्तमान में समिति से लगभग 1,280 किसान जुड़े हुए हैं और उनकी सभी कृषि जरूरतों को कुशलता से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि समिति ने सीएससी केंद्र की स्थापना के साथ-साथ 100 मीट्रिक टन क्षमता वाला एक गोदाम भी तैयार किया है।

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