
नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन (एनसीसीएफ) ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्याज की रिटेल बिक्री 19 रुपये प्रति किलो की दर से शुरू कर दी है, जो वर्तमान बाजार मूल्य 25 से 35 रुपये प्रति किलो से काफी कम है। उपभोक्ता मामले विभाग (डीओसीए) के सहयोग से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बढ़ती कीमतों से राहत देना और किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करना है।
एनसीसीएफ के चेयरमैन विशाल सिंह ने प्याज से भरे ट्रकों को हरी झंडी दिखाते हुए बताया कि नासिक से लाए गए प्याज को इर्रेडिएशन तकनीक के माध्यम से कंट्रोल्ड एटमॉस्फेरिक (सीए) कोल्ड स्टोरेज में संग्रहित किया गया है। यह तकनीक भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) द्वारा अनुशंसित है, जिसके तहत भारत सरकार स्टोरेज में होने वाले नुकसान को कम करने और आपूर्ति को स्थिर बनाए रखने के लिए पायलट प्रोजेक्ट चला रही है।
उन्होंने कहा कि सीए कोल्ड स्टोरेज में चार महीने तक रखने के बाद भी ग्रेड-ए रबी प्याज, जो गुलाबी रंग के होते हैं और लाल खरीफ किस्म की तुलना में अपने मीठे स्वाद के लिए जाने जाते हैं, अपनी गुणवत्ता बनाए रखते हैं।
एनसीसीएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री एनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा कि यह पहल दर्शाती है कि आधुनिक स्टोरेज तकनीकें कीमतों में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने, आपूर्ति को स्थिर बनाए रखने और उपभोक्ताओं तक उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करने में कितनी प्रभावी हो सकती हैं। उन्होंने इसे उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत देने और किसानों की आय की सुरक्षा करने वाला संतुलित दृष्टिकोण बताया।
सुश्री चंद्रा ने यह भी याद दिलाया कि एनसीसीएफ ने इससे पहले टमाटर में भी इसी तरह का मार्केट इंटरवेंशन किया था, जब 60 से 80 रुपये प्रति किलो के बाजार भाव के मुकाबले 40 रुपये प्रति किलो की दर से रिटेल बिक्री की गई थी।
प्याज की रिटेल बिक्री दिल्ली-एनसीआर में एनसीसीएफ की मोबाइल वैनों के माध्यम से, नेहरू प्लेस स्थित एनसीसीएफ के रिटेल स्टोर, तथा उद्योग भवन, राजीव चौक और पटेल चौक जैसे प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर स्थित आउटलेट्स पर की जा रही है।
इसके अलावा, एनसीसीएफ अपने ब्रांड ‘जनह’ के तहत किसानों के उद्यमों से प्राप्त उच्च गुणवत्ता वाले विभिन्न खाद्य उत्पादों को किफायती दामों पर उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की भी योजना बना रहा है।



