
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के केंद्रीय निदेशक मंडल की 620वीं बैठक शुक्रवार को हैदराबाद में आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक के दौरान केंद्रीय बोर्ड ने वैश्विक और घरेलू आर्थिक परिदृश्य की समीक्षा की तथा अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली के समक्ष उभरती चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया।
बैठक का एक प्रमुख निर्णय बैंकों के लिए जोखिम-आधारित जमा बीमा (रिस्क-बेस्ड डिपॉजिट इंश्योरेंस) ढांचे को मंजूरी देना रहा। यह एक महत्वपूर्ण सुधारात्मक कदम है, जिसका उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र की सुरक्षा और मजबूती को और सुदृढ़ करना है। नया ढांचा बैंकों द्वारा दिए जाने वाले जमा बीमा प्रीमियम को उनके जोखिम प्रोफाइल के अधिक अनुरूप बनाने में सहायक होगा, जिससे सतर्क जोखिम प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा और समग्र वित्तीय स्थिरता मजबूत होगी।
केंद्रीय बोर्ड ने रिज़र्व बैंक के कुछ केंद्रीय कार्यालय विभागों की कार्यप्रणाली और गतिविधियों की भी समीक्षा की। इसके अतिरिक्त, बोर्ड ने “भारत में बैंकिंग की प्रवृत्तियाँ और प्रगति रिपोर्ट, 2024-25” के प्रारूप पर भी विचार किया, जिसमें बैंकिंग क्षेत्र में हुए विकास और बदलते नियामकीय परिदृश्य का आकलन प्रस्तुत किया गया है।



