
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने मंगलवार को सहकारी संस्थाओं और बैंकों से “आउट ऑफ द बॉक्स” सोच के साथ कार्य करते हुए ग्रामीण समुदायों, विशेषकर महिला स्वयं सहायता समूहों, को सशक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
सचिवालय में त्रिपुरा स्टेट कोऑपरेटिव बैंक की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के महिला-नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। मुख्यमंत्री ने अच्छे पुनर्भुगतान रिकॉर्ड वाले एसएचजी के लिए ऋण प्रक्रिया सरल बनाने और समय पर ऋण प्रवाह सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए बैंकों, लैम्प्स और पैक्स के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता बताई। बैठक में टीएससीबी की कार्यप्रणाली और लक्ष्यों की समीक्षा की गई। बाद में मुख्यमंत्री ने मार्कफेड की समीक्षा बैठक में नए शाखाएं खोलने और रोजगार सृजन पर बल दिया।



