
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात में श्री मोतीभाई आर. चौधरी सागर सैनिक स्कूल और दूधसागर डेयरी ऑर्गेनिक प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।
उद्घाटन कार्यक्रम में शाह ने कहा कि दूधसागर ऑर्गेनिक प्लांट और मोतीभाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल का लोकार्पण माणसा के लोगों के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने मोतीभाई चौधरी को महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर आधारित आदर्श जीवन जीने वाला प्रेरणास्रोत बताया।
शाह ने कहा कि अमूल आज दुनिया का नंबर-वन सहकारी ब्रांड है और इसकी नींव उन महानुभावों ने रखी जिन्होंने गुजरात के पशुपालकों व किसानों के लिए समृद्धि का मार्ग खोला।
उन्होंने बताया कि 11 एकड़ में फैला सागर सैनिक स्कूल 50 करोड़ रुपये की लागत से बना है, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, हॉस्टल, लाइब्रेरी और कैंटीन जैसी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। मोदी सरकार देशभर में पीपीपी मॉडल पर 100 नए सैनिक स्कूल खोल रही है, जिनमें यह स्कूल महेसाणा के लिए गौरव बनेगा।
दूधसागर डेयरी ऑर्गेनिक प्लांट पर बोलते हुए शाह ने कहा कि अमूल ब्रांड के तहत विश्वसनीय ऑर्गेनिक उत्पादों को देश-दुनिया तक पहुंचाने और प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को उचित लाभ दिलाने में यह प्लांट अत्यंत महत्वपूर्ण है। लगभग 30 मीट्रिक टन दैनिक क्षमता वाला यह प्लांट एनपीओपी और एपीडा से प्रमाणित है, जिससे उत्तर गुजरात के प्राकृतिक खेती वाले किसानों की उपज को वैश्विक बाज़ारों तक पहुंचाने में बड़ी मदद मिलेगी।
शाह ने बताया कि ऑर्गेनिक प्लांट के विस्तार से किसानों की आय बढ़ेगी और स्वस्थ भारत के निर्माण में भी योगदान मिलेगा। उन्होंने किसानों से ऑर्गेनिक उत्पाद अपनाने की अपील की।
दूधसागर डेयरी की प्रगति का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि 1960 में जहां डेयरी में प्रतिदिन सिर्फ 3,300 लीटर दूध एकत्र होता था, वहीं आज यह बढ़कर 35 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंच गया है। डेयरी 1250 गांवों और पांच राज्यों के 10 लाख से अधिक दूध उत्पादक समूहों से जुड़ी है। इसका वार्षिक टर्नओवर अब 8,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
उन्होंने बताया कि बनासकांठा और दूधसागर डेयरी ने मिलकर डेयरी अर्थतंत्र का एक बेहतरीन मॉडल विकसित किया है। केंद्र सरकार चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 75 हजार नई प्राथमिक डेयरी समितियों का गठन कर रही है। मोदी सरकार सहकारी समितियों के दूध उत्पादन का 50% देश और दुनिया तक पहुंचाकर पशुपालकों को अधिक लाभ दिलाने की दिशा में काम कर रही है।
शाह ने बताया कि चक्रीय अर्थव्यवस्था का लाभ पूरे देश के पशुपालकों तक पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार ने तीन बहुराज्यीय सहकारी समितियां भी बनाई हैं। उन्होंने बताया कि अमूल के कुल टर्नओवर का 70% योगदान माताओं-बहनों का है, जो इस माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
अंत में शाह ने कहा कि इस वर्ष गुजरात में बेमौसम बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की सरकार ने अत्यंत उदार राहत पैकेज देकर किसानों को समय पर सहायता पहुंचाने की प्रतिबद्धता दिखाई है।



