
राजस्थान स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक की 69वीं वार्षिक आमसभा का आयोजन हाल ही में बैंक प्रशासक एवं प्रमुख शासन सचिव (सहकारिता) श्रीमती मंजू राजपाल की अध्यक्षता में हाइब्रिड मोड पर सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बैंक प्रशासक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में बैंक को 78.22 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ है, जो बैंक के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक लाभ है।
बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक के सभी मापदंडों, जैसे सीआरएआर और एसएलआर, की पूर्ण पालना की है। वर्ष 2024-25 में राज्य की केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा 31.14 लाख किसानों को 23,494.26 करोड़ रुपये के अल्पकालीन फसली ऋण वितरित किए गए। साथ ही, राज्य के 29 हजार से अधिक गोपालकों को 234.22 करोड़ रुपये का ऋण गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत प्रदान किया गया।
प्रशासक श्रीमती राजपाल ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री के निर्देशों के अनुरूप व्यवसाय विविधिकरण करें तथा अधिक से अधिक युवा और महिलाओं को सहकारिता आंदोलन से जोड़ें। उन्होंने समितियों को सुदृढ़ करने, बैंक सेवाओं का आधुनिकीकरण करने और कार्य निष्पादन में पारदर्शिता लाने के तीन संकल्पों से सहकारिता को मजबूत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने “सहकार से समृद्धि” योजना के अंतर्गत सभी पहलों पर सक्रिय रूप से कार्य करने के लिए पैक्स को प्रोत्साहित किया। किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को पैक्स की आर्थिक सक्षमता बढ़ाने और किसानों की आय एवं जीवन स्तर सुधारने में सहायक बताते हुए, उन्होंने राज्य सरकार की बजट घोषणा 2024-25 के अंतर्गत कार्य करने पर बल दिया।
बैंक के प्रबंध निदेशक संजय पाठक ने निर्धारित कार्यसूची के अनुसार एजेंडा प्रस्तुत किए, जिनका विचार-विमर्श उपरांत सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। आमसभा में 15.64 करोड़ रुपये का लाभांश वितरण करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई।
प्रबंध निदेशक ने आगामी वर्ष 2025-26 में लॉकर हब स्थापित करने, उत्कृष्ट कार्य करने वाली पैक्स को पुरस्कृत करने, तथा जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की।
अंत में, प्रशासक श्रीमती राजपाल ने राज्य सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक एवं नाबार्ड के निरंतर मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। बैठक के समापन पर प्रबंध निदेशक ने उपस्थित एवं वर्चुअली जुड़े सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।