
गुजरात के गांधीनगर में भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने गुरुवार को ‘धरअमृत’ नामक अगली पीढ़ी का बायो-स्टिम्यूलेंट लॉन्च किया। यह आधुनिक उत्पाद फसल उत्पादन बढ़ाने और पौधों के समग्र स्वास्थ्य सुधारने के उद्देश्य से विकसित किया गया है।
लॉन्च कार्यक्रम में गुजरात के कृषि मंत्री राघवजी भाई पटेल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर सांसद पुरुषोत्तम रुपाला, इफको चेयरमैन दिलीप संघाणी, प्रबंध निदेशक के.जे. पटेल, इफको-नैनोवेंशंस के एमडी डॉ. ए. लक्ष्मणन, निदेशक भावेश राडड़िया, यूनिट हेड संदीप घोष, मार्केटिंग निदेशक योगेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान और सहकारी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
धरअमृत को वैज्ञानिक तकनीक से अमीनो एसिड, एलगिनिक एसिड, कार्बन और आवश्यक सूक्ष्म खनिजों के संयोजन से तैयार किया गया है। एडवांस कोलॉइडल प्रोसेसिंग तकनीक से विकसित यह उत्पाद पौधों के चयापचय को नियंत्रित करने, कोशिकाओं को मजबूत बनाने और पोषक तत्वों के अवशोषण व उपयोगिता को बढ़ाने में मदद करता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह उत्पाद प्रकाश संश्लेषण की दक्षता बढ़ाता है, पौधों की सेहत सुधारता है और उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि करता है।
धरअमृत सभी प्रकार के फोलियर न्यूट्रिएंट्स के साथ संगत है और विभिन्न फसल प्रणालियों में आसानी से अपनाया जा सकता है। लॉन्च अवसर पर चेयरमैन दिलीप संघाणी ने कहा, “धरअमृत जैसे उत्पाद विज्ञान और सततता का संगम हैं। यह किसानों को मृदा स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुरूप ढलने और अधिक उत्पादकता हासिल करने के लिए सशक्त बनाएंगे।”
विशेषज्ञों का मानना है कि धरअमृत का आगमन कृषि की आधुनिक जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ मृदा क्षरण और जलवायु संकट गंभीर चुनौतियाँ बने हुए हैं।
धरअमृत के साथ इफको ने बायो-स्टिम्यूलेंट क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति और मजबूत की है। यह किसानों को एक उन्नत, भरोसेमंद और पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्रदान करता है, जो कृषि उत्पादन और स्थायित्व दोनों को आगे बढ़ाता है।