देश के डेयरी उद्योग का अवलोकन साझा करते हुए जीसीएमएमएफ (अमूल) के प्रबंध निदेशक आर.एस.सोढ़ी ने भारतीय सहकारिता से कहा कि डेयरी उद्योग बहुत बड़ा है क्योंकि इसमें चार लाख करोड़ रुपये का व्यापार है। केवल अभी तक 17 प्रतिशत डेयरी उद्योग की क्षमता का ही इस्तेमाल हुआ है लेकिन आने वाले वर्षों में डेयरी क्षेत्र में जबरदस्त विकास होने की गुंजाइश है।
सोढ़ी के मुताबिक, भारत का डेयरी निर्यात कुछ हद तक स्किम्ड मिल्क पाउडर और इस तरह की वस्तुओं और कमोडिटी बाजार की गिरावट में है। नई सरकार के योगदान से शीघ्र ही देश के डेयरी क्षेत्र में विकास होने की संभावना है।
सोढ़ी ने आगे कहा कि हर दो से तीन साल के भीतर अमूल अपने व्यापार में विस्तार करने के लिए 800 से 1000 करोड़ रुपये का निवेश करता है और हम जल्द ही फरीदाबाद, कानपुर, लखनऊ और कोलकाता में नए डेयरी संयंत्रों की स्थापना करने जा रहे हैं। हमारा पालनपुर का पनीर संयंत्र लगभग तैयार है, उन्होंने कहा।
सोढ़ी ने बताया कि अमूल ने पिछले साल करीब 20,733 करोड़ रुपये का कारोबार किया था और अगले वित्त वर्ष 18 प्रतिशत विकास दर को हासिल करने पर काम किया जा रहा है।