
महिला सशक्तिकरण को सुदृढ़ करने और “सहकार से समृद्धि” के विज़न को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया (एनसीयूआई) ने हाल ही में वी शक्ति ट्रस्ट के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस सहयोग का उद्देश्य विशेष रूप से राजस्थान सहित अन्य राज्यों में महिलाओं और कारीगरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है। इसके तहत संरचित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और सतत संस्थागत सहयोग के माध्यम से महिलाओं के लिए टिकाऊ आजीविका के अवसर विकसित किए जाएंगे।
एमओयू के अंतर्गत महिलाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सहकारी ढांचे, सामुदायिक मॉडल और संस्थागत साझेदारियों का उपयोग करते हुए एनसीयूआई और वी शक्ति ट्रस्ट संयुक्त रूप से ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार और आयोजित करेंगे, जिनमें पारंपरिक कौशल के साथ आधुनिक क्षमताओं का समावेश होगा। इसका उद्देश्य महिला-नेतृत्व वाले समूहों और कारीगरों के लिए दीर्घकालिक आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करना है।
वी शक्ति ट्रस्ट एक सामाजिक संगठन है, जो महिला सशक्तिकरण, बाल शिक्षा और युवा विकास के क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। ट्रस्ट के कार्यक्रमों में कौशल निर्माण, मोबाइल लर्निंग प्लेटफॉर्म और खेल-आधारित पहल शामिल हैं, जो समुदाय के समग्र विकास को बढ़ावा देते हैं।
इस समझौता ज्ञापन पर डॉ. सुधीर महाजन, आईएएस (सेवानिवृत्त), मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एनसीयूआई और सुश्री प्रज्ञा यादव, संस्थापक, वी शक्ति ट्रस्ट ने दोनों संगठनों के अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
सुश्री प्रज्ञा यादव ने अलवर और आसपास के जिलों में महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों के साथ किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने कौशल विकास, प्रदर्शनियों और बाज़ार से जुड़ाव की पहलों का उल्लेख किया, जिनसे महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता मिली है और उनके उत्पादों को पहचान प्राप्त हुई है।
एमओयू के तहत कौशल प्रशिक्षण, डिजिटल साक्षरता, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रति जागरूकता, व्यावसायिक शिक्षा, तथा सहकारी संस्थाओं के गठन और सुदृढ़ीकरण पर विशेष फोकस किया जाएगा।



