
नेशनल कोऑपरेटिव कंज़्यूमर्स फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एनसीसीएफ) ने वित्त वर्ष 2024-25 में इतिहास रचते हुए 8,270.86 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड बिक्री टर्नओवर और 216.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
फेडरेशन ने अपने शेयरधारकों के लिए लाभांश बढ़ाकर 20% कर दिया है, जो पहले 15% था। पिछले सप्ताह आयोजित एनसीसीएफ की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को इसके इतिहास की सबसे ऊर्जावान बैठकों में से एक बताया गया। बैठक में देशभर से आए प्रतिनिधियों ने संस्था के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और सभी प्रमुख प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया।
बैठक में एनसीसीएफ के चेयरमैन विशाल सिंह, वाइस चेयरमैन यशपाल सिंह यादव (वर्चुअली) और वरिष्ठ सहकारी नेता जैसे चंद्रपाल सिंह यादव, बिजेंद्र सिंह, दिलीप संघाणी, सुनील कुमार सिंह, वीरेंद्र सिंह, अजय राय, प्रदीप चौधरी और एनसीसीई की एमडी अनीस जोसेफ शामिल हुए।
अपने संबोधन में चेयरमैन विशाल सिंह ने बताया कि वर्ष के दौरान सकल मार्जिन 333.44 करोड़ रुपये रहा, जबकि सकल आय 392.69 करोड़ रुपये और कर पूर्व लाभ 292.33 करोड़ रुपये रहा। उन्होंने आगे की दिशा बताते हुए चालू वर्ष में 16,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर पार करने का लक्ष्य रखा और बताया कि ई-समयुक्ति पोर्टल पर अब तक 41 लाख से अधिक किसान पंजीकृत हो चुके हैं।
सिंह ने कहा कि एनसीसीएफ, जो पारंपरिक रूप से उपभोक्ताओं पर केंद्रित था, अब किसानों की सेवा में भी सक्रिय है। संस्था के माध्यम से किसानों को एमएसपी, पीएसएफ और पीएसएस योजनाओं के तहत प्याज और टमाटर की खरीद में मदद मिल रही है, जिससे उनके दाम स्थिर बने रहते हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह और प्रह्लाद जोशी सहित अन्य नेताओं को एनसीसीएफ के उत्थान में सहयोग के लिए श्रेय दिया।
एनसीसीएफ ने भारत ब्रांड के तहत एनसीओएल के साथ साझेदारी की है और जाम्बिया तथा मलावी जैसे देशों को उत्पादों का निर्यात भी कर रहा है। आगे की योजना बताते हुए सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के समापन पर एक भव्य समारोह आयोजित करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ईआरपी सॉल्यूशन्स लागू करने की घोषणा की।
एजेंडा प्रस्तुत करते हुए एमडी अनीस जोसेफ ने कहा कि एनसीसीएफ मौजूदा गतिविधियों को मजबूत करते हुए नए कारोबारी क्षेत्रों में विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। देशभर से आए प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए, जिन्हें बैठक में सहर्ष स्वीकार और अनुमोदित किया गया।