
सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीमती मंजू राजपाल ने पिछले सप्ताह नेहरू सहकार भवन में ‘सहकारिता का सफर: अतीत से वर्तमान तक’ विषय पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
उन्होंने फीता काटकर एवं गणेश प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी की शुरुआत की। इसके पश्चात उन्होंने प्रदर्शनी में प्रदर्शित जानकारियों और झलकियों का गहन अवलोकन किया और आयोजन की सराहना की।
यह प्रदर्शनी अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत, अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस और भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय की चतुर्थ वर्षगांठ (6 जुलाई) के उपलक्ष्य में आयोजित गतिविधियों की श्रृंखला का हिस्सा रही।
सहकारिता विभाग के प्रचार अनुभाग द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में सहकारी आंदोलन की ऐतिहासिक यात्रा को रोचक एवं दृश्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया था।
प्रदर्शनी में भारत और विश्व में सहकारी आंदोलन की शुरुआत, राजस्थान में इसका आगमन और विस्तार, त्रिस्तरीय सहकारी संरचना, राज्य की शीर्ष सहकारी संस्थाओं का विकास, सहकारिता के सिद्धांत, उद्देश्य, प्रमुख उपलब्धियां, तथा वर्तमान में इसकी प्रासंगिकता जैसे विषयों को विस्तार से दर्शाया गया। इसके अतिरिक्त, पुराने छायाचित्रों के माध्यम से राज्य में सहकारी आंदोलन के ऐतिहासिक क्षणों को भी जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर कॉनफेड, ट्राइफेड, इफको, कृभको और तिलम संघ सहित विभिन्न सहकारी संस्थाओं ने अपने-अपने स्टॉल्स लगाकर उत्पादों का प्रदर्शन किया। श्रीमती राजपाल ने इन स्टॉल्स का अवलोकन किया और उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
प्रदर्शनी के समापन पर, उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं जनसहभागिता का संदेश दिया। कार्यक्रम में सहकारिता विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं विभिन्न सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।