
उत्तर प्रदेश स्थित नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने हाल ही में सहकारी बैंकों के वैधानिक लेखा परीक्षकों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में लगभग 125 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से हिस्सा लिया।
कार्यशाला में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम), सहकारिता पंजीयक डॉ. हीरा लाल, उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अपर प्रबंध निदेशक एवं महाप्रबंधक (निरीक्षण विभाग), भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी, 49 वैधानिक लेखा परीक्षक, 50 जिला सहकारी बैंकों के उपमहाप्रबंधक/वरिष्ठ अधिकारी (लेखा) तथा नाबार्ड के उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय के 25 पर्यवेक्षी अधिकारी उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सहकारी बैंकों की लेखा परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना था। साथ ही, यह पहल मार्च 2025 तक सभी सहकारी बैंकों के पूर्ण डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।