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नेफेड के हस्तक्षेप से प्याज की कीमतें हुई स्थिर; किसानों को मिली राहत

लाल प्याज की कीमतों को स्थिर रखने और किसानों को बड़ी राहत देने में कृषि सहकारी संस्था नेफेड कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

महाराष्ट्र और गुजरात से नेफेड करीब 50 केंद्रों के माध्यम से लाल प्याज की खरीद कर रहा है, जिसमें महाराष्ट्र में 43 और गुजरात में 7 केंद्र खोले गये हैं।

कृषि सहकारी संस्था ने दावा किया कि नेफेड के हस्तक्षेप से दोनों राज्यों में बाजार कीमतों पर सकारात्मक परिणाम दिख रहा है, जिससे इन राज्यों के प्याज उत्पादकों को काफी फायदा हो रहा है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “नेफेड ने गुजरात में लाल खरीफ प्याज की खरीद 9 मार्च 2023 से शुरू की। कृषि सहकारी के हस्तक्षेप का उद्देश्य राज्य के प्याज उत्पादकों को लाभकारी कीमतों को स्थिर करना है।

गौरतलब है कि हाल ही केंद्र ने भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) को निर्देश दिया है कि कीमतों में गिरावट की खबरों को देखते हुए वो लाल प्याज की खरीद को बढ़ाने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करें और साथ ही देश भर में फैले खपत केंद्रों तक उन्हें उसी समय भेजने और बिक्री का काम करें।

2022-23 के दौरान प्याज का लगभग 318 एलएमटी उत्पादन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के 316.98 एलएमटी के उत्पादन से अधिक है। निर्यात के साथ-साथ मांग और आपूर्ति में निरंतरता के कारण कीमतें स्थिर रहीं। हालांकि फरवरी के महीने में लाल प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है, विशेष रूप से महाराष्ट्र राज्य में जहां औसत दर घटकर 500 -700 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गई। विशेषज्ञ कीमतों में इस गिरावट की मुख्य वजह अन्य राज्यों में उत्पादन में बढ़त को बता रहे हैं जिससे देश के प्रमुख उत्पादक जिले जैसे नासिक से आपूर्ति पर निर्भरता कम हुई है।

प्याज सभी राज्यों में उगाया जाता है, हालांकि देश के कुल उत्पादन में लगभग 43 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ महाराष्ट्र सबसे बड़ा उत्पादक है, मध्य प्रदेश की 16 प्रतिशत, कर्नाटक और गुजरात की 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। वर्ष में 3 बार खरीफ, पछेती खरीफ और रबी के दौरान फसल के मौसम में पैदावार प्राप्त होती है।

प्याज का भंडारण चुनौतीपूर्ण है क्योंकि अधिकांश स्टॉक को खुले मैदानों में खुली हवादार संरचनाओं (चॉल) में संग्रहीत किया जाता है और इस तरह के भंडारण की अपनी चुनौतियां हैं।

लाल प्याज के अलावा, कृषि सहकारी संस्था नेफेड ने गुजरात के किसानों से चना और सरसों के बीज की खरीद भी शुरू की।

नेफेड ने किसानों के लाभ के लिए गुजरात राज्य में भारत सरकार की मूल्य समर्थन योजना के तहत चना 5,335 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों बीज 5,450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा।

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