इफको

यादगार पल: डॉ कलाम ने इफको के मंच से बात की

इफको ने याद किया कि वर्ष 2008 में ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने इफको जवाहर लाल नेहरू व्याख्यान दिया था। ए.पी.जे अब्दुल कलाम को लगता था कि इफको सामाजिक बदलाव में अहम भूमिका निभा सकता है।

इस अच्छी खबर को इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट के जरिए लिखा कि “लोगों के राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने इफको जवाहर लाल नेहरू व्याख्यान में कहा था कि इफको सामाजिक बदलाव में अहम भूमिका निभा सकता है।“

अपने भाषण में कलाम ने कहा था कि “मुझे खुशी है कि मैं इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर सहकारी लिमिटेड का सदस्य हूं और इफको जवाहर लाल नेहरू व्यख्यान देने में मुझे अत्यंत खुशी हो रही है। जब हम पंडित जी को याद करते है तो तब हम स्वतंत्रता संग्राम में उनके अद्वितीय योगदान को याद करते हैं।“

“छोटा उद्देश्य अपराध है”। हमेशा वे देश के हित में सोचते थे, चाहे वह उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, या फिर सहकारी क्षेत्र हो, कलाम ने पंडित जी के द्रष्टिकोण को बताया।

''मैं बहुत खुश हूं कि पिछले चार दशकों में इफको के 40 हजार सहकारी समितियां सदस्य है। इक्विटी पूंजी भी 424 करोड़ रुपये से बढ़कर छह लाख तक पहुंच गई है''।

इफको की सहकारी समितियों में गहरी आस्था है और ग्रामीण जनता के सशक्तिकरण की दिशा में प्रतिबद्धता है।

डॉ अवस्थी के ट्वीट के तुरंत बाद, इफको के जनसंपर्क विभाग के हेड हर्शेन्द्र वर्धन ने फेसबुक वॉल के जरिए कहा कि "यह वास्तव में सहकारी समितियों और खास तौर से इफको के लिए गर्व की बात है, कि ए.पी.जे अब्दूल कलाम ने सहकारी मंच से बात करने को चुना"।

 
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