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मुख्यमंत्री द्वारा Gujfed की पहल का उद्घाटन

यह कोई रहस्य नहीं है कि गुजरात शहरी सहकारी बैंक संघ (GUCBF) अन्य राज्यों में सक्रिय अपने प्रतिद्वंदियों से आगे है. वरना क्षमता निर्माण, अनुसंधान और भारतीय रिजर्व बैंक के सुझाव पर सहकारी बैंकों के बीच वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए एक छाता संगठन फार्म की पहल की क्या व्याख्या कर सकते हैं.

गुजरात के मुख्यमंत्री आनंदी बेन के हाथों अहमदाबाद में बैंकिंग अनुसंधान और उत्कृष्टता केंद्र का शनिवार को उद्घाटन हुआ, Gujfed मुख्य ज्योतिंदर मेहता ने भारतीय सहकारिता को सूचित किया.

भारतीय रिजर्व बैंक ने शहरी सहकारी बैंकों के लिए एक छाता संगठन बानाने के लिए पांच साल पहले एक समिति का गठन किया था. समिति की सिफारिशों को सभी राज्य मुख्यालय को भेजा गया था. सुझावों पर कार्रवाई करते हुए Nafcub के गुजरात अध्याय ने शहरी सहकारी बैंकों के कामकाज में सुधार लाने के उद्देश्य से छाता संगठन शुरू करने की पहल की है.

सूत्रों का कहना है छाता संगठन देश में अपनी तरह का पहला है और परिसंपत्ति देयता प्रबंधन, फंड प्रबंधन और निवेश बैंकिंग की तरह सहकारी बैंकिंग क्षेत्र की सेवाओं की पेशकश करेगा हैं.

गुजरात में 233 शहरी सहकारी बैंक और 18 जिला सहकारी बैंक हैं जिनके 10 लाख से अधिक खाताधारक हैं. लगभग 3 लाख किसान गुजरात में विभिन्न ऋण संस्थाओं से जुड़े हुए हैं. राज्य में सहकारी बैंकों के 40,000 करोड़ रुपये जमा हैं और अग्रिम में 30,000 करोड़ रुपये बांटे गए है.

Gujfed ने सहकार सेतु 2014 शुरु किया है जो अगली पीढ़ी की सहकारी समितियों के उद्देश्य से है. अगली पीढ़ी सहकारिता भविष्योन्मुख होगी जिसमें तकनीकों को शामिल किया जाएगा.

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