
बिहार के सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह ने हाल ही में जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के नवनिर्वाचित अध्ययक्षों से पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में मुलाकात की।
बिहार में 22 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक और सभी डीसीसीबी का चुनाव 18 जनवरी को हुआ था।
प्रतिनिधिमंडल में करीब 19 लोग मौजूद थे जिसमें बिहार राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष रमेश चौबे, आरा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह, मुजफ्फरपुर डीसीसीबी के अध्यक्ष अमरनाथ पांडे, गोपाल गंज डीसीसीबी के अध्यक्ष महेश राय समेत अन्य मौजूद थे।
डीसीसीबी के अध्यक्ष ने कई मुद्दों पर मंत्री का ध्यान खींचा जिसमें जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में कर्मचारियों की कमी, पैक्स समितियां द्वारा ऋण का भुगतान नहीं करना और धान की खरीद समेत अन्य मुद्दें शामिल थे।
मंत्री ने उन्हें ध्यानपूर्वक सुना और राज्य के रजिस्ट्रार नरेंद्र प्रताप मंडल को इन समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने का निर्देश दिया। बैठक करीब एक घंटे तक चली।
राणा रणधीर ने पेशेवर दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए अध्यक्ष और बोर्ड के सदस्यों को प्रशिक्षण देने की वकालत की। जमा आधार को बढ़ाने और इन बैंकों का एनपीए घटाने के बारे में भी चर्चा हुई।
रणधीर ने कहा कि सहकारी आंदोलन राज्य के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचना है और इसे सफल बनाने में हम सब को साथ चलना होगा।
इस बीच, बैठक के तुरंत बाद राणा रणधीर सिंह ने मुलाकात का ब्यौरा सोशल मीडिया के जरिए भी साझा किया और लिखा कि “आज बिहार के जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के अध्यक्षों से मुलाकात की”।
बिहार में 22 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक है जिनकी करीब 301 शाखाएं है। करीब 5 लाख किसान इन बैंको से जुड़े हुए हैं।